नाबालिग का अवैध गर्भपात कराया, फिर भ्रूण को 150 फीट गहरे बोरवेल में डाल दिया
बैतूल। बैतूल में नाबालिग छात्रा के गर्भपात के मामले में एक और चौकाने वाला खुलासा हुआ है। आरोपी के मां-बाप ने गर्भपात से पैदा हुए भ्रूण को गांव के एक बोरवेल में डाल दिया था। पुलिस ने गुरुवार रात आरोपी के माता पिता की निशानदेही पर बोर से भ्रूण निकाला है। बंद बोरवेल में करीब 150 फीट नीचे से भ्रूण को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया है। पुलिस को इस पड़ताल में भ्रूण के पेट और शरीर के नीचे का हिस्सा मिल गया है। आज इसे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। जिसके बाद उसे फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
पुलिस ने आरोपी की माता माया भोजेकर और पिता प्रकाश भोजेकर को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि उनके द्वारा बैतूल के अस्पताल में अवैध गर्भपात कराने के बाद करीब पांच माह के ‘अविकसित भ्रूण’ को गांव के तालाब के पास स्थित शासकीय बोरवेल में फेंक दिया था। आमला पुलिस ने गुरुवार देर शाम उनकी निशानदेही पर तालाब के पास स्थित शासकीय बोरवेल में से अविकसित भ्रूण को निकाला।
आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई
इस मामले में आरोपी महिला डॉक्टर वंदना कापसे को भी पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। जिसमें अहम सुराग मिले हैं। प्रशासन ने अस्पताल से अवैध सोनाग्राफी मशीन जब्त करने के साथ ही अस्पताल का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया है।
गौरतलब है कि आमला थाना क्षेत्र के ग्राम में कोचिंग का संचालन करने वाले प्रकाश पिता राजेंद्र भोजेकर पर नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का आरोप है। उसके गर्भवती हो जाने पर बैतूल के करूणा अस्पताल में आरोपी और उसके माता-पिता ने नाबालिग को भर्ती कराया और अवैध रूप से उसका गर्भपात करा दिया था। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया और उसमें सहयोग देने पर उसके माता-पिता और अवैध गर्भपात करने वाली महिला डॉक्टर वंदना कापसे के खिलाफ भी मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।