भूख से परेशान 16 श्रीलंकाई भारत पहुंचे: वजह- देश में 400 ग्राम दूध की कीमत 790 रुपए

भूख से परेशान 16 श्रीलंकाई भारत पहुंचे: वजह- देश में 400 ग्राम दूध की कीमत 790 रुपए
नई दिल्ली। आर्थिक तंगी से जूझ रहे श्रीलंका में 400 ग्राम दूध 790 रुपए का मिल रहा है। 1 किलो चावल भी अब 500 रुपए का हो चुका है। मुल्क के लोग भुखमरी और महंगाई से बचने के लिए भारत का रुख कर रहे हैं।मंगलवार को करीब 16 श्रीलंकाई समंदर के रास्ते भारत पहुंचे। इनमें एक दंपती तो चार महीने का बच्चा लेकर यहां आया है।
श्रीलंका में एक किलो चीनी की कीमत 290 रुपए
श्रीलंका से आए शरणार्थियों ने बताया- हमारे देश में चावल 500 श्रीलंकाई रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। 790 रुपए में 400 ग्राम दूध पाउडर मिल रहा है। एक किलो चीनी की कीमत 290 रुपए हो चुकी है। एक्सपर्ट्स कहते हैं- यही हालात रहे तो 1989 के सिविल वॉर जैसी स्थिति बन सकती है। इसकी वजह से पलायन बढ़ने की आशंका है।
जानलेवा सफर
मंगलवार को दो हिस्सों में रिफ्यूजी रामेश्वरम पहुंचे। ये बहुत मुश्किल हालात में थे। ये एक टापू अरिचल मुनाई से दूर फोर्थ आइलैंड पर फंस गए थे। इन्हें इंडियन कोस्ट गार्ड ने बचाया। ये सभी लोग श्रीलंका के उत्तर जाफना या मन्नार क्षेत्र से आ रहे हैं। मंगलवार को आने वाले एक दल में तीन बच्चे भी शामिल थे। ये लोग रामेश्वर के तट के पास एक टापू पर फंस गए थे। इसके बाद भारतीय तटरक्षक बल इन्हें निकाल कर बाहर लाया। 10 लोगों का दूसरा दल मंगलवार देर रात भारतीय तट पर पहुंचा।
50 हजार देकर और जान जोखिम में डालकर कपल भारत पहुंचा
छह सदस्यों का जो श्रीलंकाई दल आया, उसमें एक दंपती भी शामिल है। ये अपने चार महीने के बेटे के साथ समुद्र के रास्ते जान जोखिम कर भारत आए। अधिकारियों ने इनकी पहचान 24 साल के गजेंद्र और 22 साल की पत्नी मैरी क्लेरिन के रूप में की है। चार महीने का बेटा निजथ भी साथ में था।
इन शरणार्थियों ने बताया- श्रीलंका में कुछ सप्ताह से खाने-पीने की भारी किल्लत हो गई। इन्होंने मछुआरे को भारतीय समुद्र सीमा में दाखिल कराने के लिए 50 हजार रुपए दिए। दूसरे दल ने भी दावा किया कि उन्होंने भारत आने के लिए नाव वाले को 3 लाख रुपए दिए। इन्होंने कहा कि वहां के कई परिवार भारत आने की तैयारी में हैं।
श्रीलंका दिवालिया घोषित हो सकता है
चीन सहित कई देशों के कर्ज में डूबा श्रीलंका दिवालिया घोषित हो सकता है। जनवरी में श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार 70% घटकर 2.36 अरब डॉलर रह गया है। वहीं श्रीलंका को अगले 12 महीनों में 7.3 अरब डॉलर (करीब 54,000 करोड़ रुपए) का घरेलू और विदेशी कर्ज चुकाना है। इसमें कुल कर्ज का लगभग 68% हिस्सा चीन का है। उसे चीन को 5 अरब डॉलर चुकाने हैं।
भारत ने की आर्थिक मदद
गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहे श्रीलंका के लिए भारत ने मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत ने अपने पड़ोसी देश को 90 करोड़ डॉलर से ज्यादा का कर्ज देने की घोषणा की है। इससे देश को विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने और खाद्य आयात में मदद मिलेगी।

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