यूक्रेन पर PM मोदी ने 4 दिन में 9वीं मीटिंग बुलाई, फोकस सूमी पर
नई दिल्ली। ऑपरेशन गंगा में अब तक हजारों स्टूडेंट्स को वापस लाया जा चुका है। हालांकि अब भी बहुत से स्टूडेंट्स युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं। इस बीच शनिवार शाम कीव में इंडियन एम्बेसी ने बताया कि पिसोचिन में भारतीय छात्रों को लाने के लिए 3 बसें पहुंच गईं हैं। जल्द ही 2 और बसें पहुंच जाएंगी।
इसके पहले विदेश मंत्रालय ने सूमी में फंसे छात्रों से कहा कि हमने सभी भारतीय छात्रों को सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए कहा है। वे किसी सुरक्षित जगह पर रहें और अनावश्यक जोखिम ना उठाएं।विदेश मंत्रालय ने कहा कि खार्किव में अब कोई भारतीय नहीं है। पिसोचिन से भी कुछ घंटे में सभी इंडियंस को निकाल लिया जाएगा। अब सरकार का फोकस सूमी पर है।
इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर शनिवार को एक बार फिर हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। पिछले 4 दिनों में पीएम की यह 9वीं बैठक है। ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए पीएम लगातार इस तरह की बैठकें कर रहे हैं और हालात पर खुद निगरानी रख रहे हैं।
सूमी में फंसे हैं कई स्टूडेंट्स, मदद नहीं पहुंची
शनिवार को एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने इसकी सफलता पर सवाल उठा दिए हैं। सूमी में फंसे स्टूडेंट ने वीडियो जारी करके कहा है कि ये उनका आखिरी वीडियो और आखिरी अपील है। इसके बाद वे अपनी जान जोखिम में डाल कर रशिया बॉर्डर की तरफ निकल जाएंगे। इसके कुछ ही देर बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने सभी भारतीय छात्रों को सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए कहा है। छात्र किसी सुरक्षित जगह पर रहें और अनावश्यक जोखिम ना उठाएं। विदेश मंत्रालय और हमारे दूतावास छात्रों से लगातार संपर्क में हैं।
विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनवाने की कोशिश कर रहे हैं। हमने तत्काल युद्धविराम के लिए कई चैनलों के माध्यम से रूस और यूक्रेन की सरकारों पर जोरदार दबाव डाला है। आज सुबह रूस ने यूक्रेन के दो शहरों में सीजफायर का ऐलान किया है, ये दोनों ही शहर सूमी से 600 किमी दूर हैं। बाकी जगहों पर गोलाबारी जारी है। वहां तक मदद भी नहीं पहुंची है। जिसके कारण इन स्टूडेंट्स ने पैदल ही निकलने का फैसला किया।
यूक्रेन का संकट खत्म करने के लिए गांधी की याद
यूक्रेन में चल रहे संकट के बीच आज यूक्रेन समेत अनेक यूरोपीय देशों के राजदूतों ने शांति की अपील करते हुए महात्मा गांधी को याद किया। दिल्ली के राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय, राजघाट में राजदूत और उनके परिजन सर्वधर्म प्रार्थना सभा में शामिल हुए। सभा के बाद यूक्रेन के राजदूत डॉ. आइगर पोलिखा ने भारत से अपील की कि वह यूक्रेन को बचाने में सहयोग करे।
यूक्रेन की सड़कों पर तिरंगा लेकर निकले छात्र का VIDEO, पीछे एक हजार भारतीयों का हुजूम
उन्होंने कहा कि रूस की विनाशक क्रूर ताकत और तथाकथित महाशक्तियों का आपसी खेल यूक्रेन के नागरिकों की स्वतंत्रता,सम्मान और अस्तित्व को समाप्त कर रहा है। इस मौके पर संग्रहालय अध्यक्ष तारा गांधी भट्टाचार्य, गांधी स्मारक निधि के अध्यक्ष रामचंद्र राही, गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत भी मौजूद रहे।
एम्बेसी ने पिसोचिन में बसों का इंतजाम किया
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत शनिवार को 11 फ्लाइट्स आएंगी। इनमें 2,200 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जाएगा। इन फ्लाइट्स में से 10 दिल्ली में और एक मुंबई में उतरेगी। यूक्रेन के भारतीय दूतावास का कहना है कि उन्होंने खार्किव में पिसोचिन से 298 भारतीय छात्रों को निकालने के लिए बसों की व्यवस्था की है।
कैम्प में हुआ बर्थडे सेलिब्रेट
उधर रोमानिया के एक कैम्प में इंडियन स्टूडेंट, कार्तिक, का बर्थ डे सेलिब्रेट किया गया। इससे पहले शनिवार सुबह 8 बजे तक वायुसेना के तीन C-17 कार्गो विमान 629 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंच गए हैं। रोमानिया के सुसिआवा से 229 भारतीयों को लेकर इंडिगो का एक विमान भी सुबह करीब 7 बजे दिल्ली पहुंचा था।
स्टूडेंट्स के लिए राहत भरी खबर
उधर यूक्रेन में अपनी मेडिकल की पढ़ाई बीच में छोड़कर भारत लौट रहे स्टूडेंट्स के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन ने बड़ी राहत दे दी। फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (FMGE) पास करने वालों को देश में इंटर्नशिप के लिए फीस नहीं देनी होगी। कमीशन के उपसचिव शंभु शरण कुमार ने शुक्रवार को यह आदेश जारी किया। साथ ही विदेश से पढ़कर आने वाले छात्रों के लिए इंटर्नशिप की 7.5% सीटें तय की गई हैं।
अब 18 नवंबर 2021 से पहले विदेश से MBBS करने वाले स्टूडेंट्स को भारत में आकर एक साल की इंटर्नशिप करनी होगी। अब तक केवल दिल्ली में इंटर्नशिप फीस नहीं देनी पड़ती थी।
4 दिन बाद भी नवीन का शव लाने पर निर्णय नहीं
यूक्रेन में गोलाबारी में मारे गए MBBS स्टूडेंट नवीन के शव को वापस लाने के प्रयास जारी हैं। यह बात कर्नाटक के CM बसवराज बोम्मई ने कही। उन्होंने बताया कि वे भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं, इस मामले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बात की गई है।