यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सरकार ने सुनी; सरकार ने मदद के लिए कंट्रोल रूम बनाए
रूस-यूक्रेन के बीच गहराती युद्ध की आशंकाओं के चलते वहां पढ़ रहे करीब 20 हजार भारतीय छात्र संकट में फंस गए हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं। 5 हजार किलोमीटर दूर यूक्रेन में फंसे बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के छात्रों से बात कर वहां केताजा हालात जाने, तो उन्होंने किराये तीन गुना तक महंगा होने और फ्लाइट्स नहीं मिलने की शिकायत की। उन्होंने सरकार से एयरलिफ्ट कराने की मांग की।
छात्रों की गुहार सुनते हुए भारत सरकार ने उनकी सुरक्षित वापसी के प्रयास तेज कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार ने विदेश मंत्रालय के साथ ही यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास में भी स्पेशल कंट्रोल रूम बना दिए हैं, जो यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों की हर समस्या सुलझाने में मदद करेंगे। साथ ही सरकार ने दोनों देशों के बीच ज्यादा से ज्यादा फ्लाइट्स का इंतजाम करने का भी आश्वासन दिया है।
यूक्रेन में फंसे छात्रों के लिए भारत ने बनाया कंट्रोल रूम
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि यूक्रेन में मौजूदा स्थिति को देखते हुए हम वहां मौजूद अपने छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में हमने एक कंट्रोल रूम बनाया है। छात्र 1800118797 टोल फ्री नंबर और +91-11-23012113,+91-11-23014104, +91-11-23017905 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। साथ ही छात्र +91-11-23088124 पर फैक्स या situationroom@mea.gov.in पर मेल भी कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के 50 स्टूडेंट फंसे हुए हैं, बोले- ऑनलाइन क्लास करा दे सरकार
छत्तीसगढ़ के भी 50 से अधिक स्टूडेंट यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, जो युद्ध के हालात से चिंतित हैं। इससे ज्यादा चिंता उनके पैरेंट्स को हो रही है। डेनिपर की डेनिप्रोपोत्रोस्क स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में छह साल से MBBS की पढ़ाई कर रहे अभिषेक ने कहा कि अभी कक्षाएं लग रही है, लेकिन घर वापसी की चिंता भी है। घर में मम्मी-पापा भी परेशान हैं। सरकार को यूक्रेन से बात करके ऑनलाइन क्लासेज करा देनी चाहिए।
यूक्रेन के अंदर ट्रैवल की मनाही, हालात अभी ठीक
मध्य प्रदेश के रतलाम निवासी मेडिकल स्टूडेंट मिराज ने कहा, ‘मैं बीते चार साल से यूक्रेन के इस्टर्न रीजन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहा हूं। आज सुबह थोड़ा स्ट्रेस था, लेकिन अब मैं ठीक हूं। 20 जनवरी के बाद से फ्लाइट का किराया दो से तीन गुना बढ़ गया है। अब 60 से 80 हजार रुपए तक लग रहे हैं। यूक्रेन के अंदर ट्रैवल की मनाही है, लेकिन पूरा विश्व बेवजह पैनिक कर रहा है। मुझे ऐसा कुछ नहीं लग रहा कि युद्ध होगा। मेरी फैमिली भी बहुत चिंता कर रही है। फैमिली ने ही मेरी टिकट कराई है। रशिया यदि युद्ध करता है, तो भारत सरकार कोरोना काल की तरह वंदे भारत मिशन चलाकर यूक्रेन से भारतीयों को लाए। हम लोग भारतीय दूतावास से आग्रह कर रहे हैं कि क्लास ऑनलाइन करवा दो, ताकि हम घर लौट जाएं।’
बिहार के 800 छात्र यूक्रेन में फंसे, एयरलिफ्ट की लगाई गुहार
युक्रेन में रह रहे बिहार के विभिन्न जिलों के रहने वाले छात्र काफी डरे-सहमे हैं। ये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगा रहे हैं कि उनकी जान की रक्षा की जाए। ये गुहार लगा रहे हैं कि उनकी जान की रक्षा एयरलिफ्ट कराकर करें, क्योंकि यहां टिकट महंगा हो गया है। छात्रों का कहना है कि बिहार सरकार और भारत सरकार विशेष पहल कर यहां से हमें निकाले।
राजस्थान के छात्रों को पैसे और छोटा बैग तैयार रखने की सलाह
यूक्रेन में मौजूद ट्रैवल एजेंट ने छात्रों को कहा है कि वे पैसे और अपना छोटा बैग तैयार रखें। कभी भी यहां से जाना पड़ सकता है। दैनिक भास्कर से बातचीत में अजमेर निवासी देवांग सिंह ठाकुर ने यह बात कही। यूक्रेन की विनित्सिया नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से MBBS कर रहे राजस्थान के अजमेर निवासी देवांग ने कहा- वर्तमान हालात में हम काफी कन्फ्यूज्ड हैं। अभी हमारे शहर और यूनिवर्सिटी में सब नॉर्मल है। ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं। हमें अब सूचना मिली है कि युद्ध जैसा कुछ नहीं होगा।
छात्र हो रहे परेशान, बुक फ्लाइट भी हो रही कैंसिल
इससे पहले भारतीय दूतावास ने यूक्रेन छोड़ने के लिए एक एडवाइजरी लेटर यूक्रेन में मौजूद भारतीयों को भेजा है। लेटर में कहा गया है कि यूक्रेन के मौजूदा अनिश्चित माहौल को देखते हुए भारतीय नागरिकों, खासकर छात्रों को यूक्रेन छोड़कर अस्थायी तौर पर स्वदेश लौटने की सलाह दी जा रही है, लेकिन छात्रों का कहना है कि भारत ने एडवाइजरी जारी करने में देर कर दी है। हरियाणा के रहने वाले एक छात्र ने कहा कि दिल्ली जाने वाली फ्लाइट की टिकट 80,000 रुपए की है और 20 फरवरी से पहले कोई टिकट उपलब्ध नहीं है। एक अन्य छात्र ने कहा, यहां बने युद्ध के हालात की खबर के कारण, फ्लाइट का किराया बढ़ गया है। एजेंट पैसा कमाने के लिए स्थिति का फायदा उठा रहे हैं।