थाने में TI की घूसखोरी: प्रधान आरक्षक और आरक्षक भी ट्रैप
रीवा।रीवा के गोविंदगढ़ में लोकायुक्त ने 3 पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। खास बात ये है कि तीनों आरोपी पुलिसकर्मी थाने में ही रिश्वत ले रहे थे। गोविंदगढ़ थाने में पदस्थ इन पुलिसकर्मियों ने एक रेत कारोबारी से 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। शिकायत पर लोकायुक्त की 20 सदस्यीय टीम ने दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार किया। आरोपियों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि लोकायुक्त 3 महीने के अंदर गोविंदगढ़ थाने में दो थाना प्रभारियों को ट्रैप कर चुकी है।
लोकायुक्त SP गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि रविवार सुबह 11 बजे गोविंदगढ़ थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक जयप्रकाश सिंह बबुआ और आरक्षक राजकुमार को 6 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। इनमें से थाना प्रभारी परिहार 6 महीने बाद ही रिटायर होने वाले हैं। आरोपी पुलिसकर्मियों ने सीधी और शहडोल जिला स्थित सोन नदी की रेत खदान से गाड़ियों की एंट्री के बदले रेत कारोबारी से पैसों की डिमांड की थी। आरोपी 4 डंपर में हो रही तस्करी के बदले पहले 12 हजार रुपए महीना ले रहे थे। कुछ महीने से कमीशन बढ़ाकर 15 हजार रुपए कर दिया था। पैसे नहीं देने पर कारोबारी का डंपर पकड़ कर थाने में खड़ा कर लिया था।
जिसके बाद पीड़ित कारोबारी और वकील मुनीष कुमार पटेल ने लोकायुक्त कार्यालय रीवा पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर दी। आवेदन का सत्यापन कराने के बाद शिकायत सही पाई गई। ऐसे में रविवार की सुबह ट्रैपिंग का दिन तय कर DSP प्रवीण सिंह परिहार के मार्गदर्शन में निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार के नेतृत्व वाली 20 सदस्यीय टीम भेजी थी।