गुप्त नवरात्र में सात शुभ मुहूर्त:ज्वेलरी, वाहन और प्रॉपर्टी खरीदना रहेगा फायदेमंद
माघ महीने की गुप्त नवरात्र बुधवार से शुरू हो गई है। इस नवरात्र में द्वितीया तिथि का क्षय होने के बावजूद नवरात्र के दिन कम नहीं होंगे। क्योंकि अष्टमी तिथि की वृद्धि हो जाएगी। तिथियों की घट बढ़ के बावजूद माघ महीने का शुक्ल पक्ष पूरे 15 दिन का रहेगा। ज्योतिषीयों का कहना है कि शुक्ल पक्ष और गुप्त नवरात्र में दिन कम नहीं होना मंगलकारी रहेगा। इन दिनों में पूजा, दान-पुण्य और खरीद-फरोख्त विशेष फलदायी और समृद्धिकारक होगा।
नवरात्रि में सात दिन विशेष योग
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते हैं कि इस नवरात्र में 3, 4 और 5 फरवरी को रवियोग रहेगा। फिर 6 को रवियोग के साथ सर्वार्थसिद्धि योग भी रहेगा। 7 तारीख को फिर रवियोग, 9 को सर्वार्थसिद्धि और 10 फरवरी को फिर रवियोग रहेगा। इस तरह नवरात्रि में खरीदारी और नए कामों की शुरुआत के लिए कुल सात दिन शुभ मुहूर्त रहेंगे। इन शुभ योगों में ज्वेलरी, वस्त्र, वाहन भूमि व भवन आदि की खरीद-फरोख्त करना लाभदायी रहेगा।
अष्टमी की वृद्धि शुभ
इस नवरात्र में अष्टमी की वृद्धि होना शुभ रहेगा। इस तिथि के स्वामी शिव हैं। इसलिए इस तिथि में शक्ति पूजा का विशेष फल मिलता है। ज्योतिष में इस तिथि को जया तिथि कहा गया है। यानी अष्टमी में किए गए कामों में सफलता और जीत मिलने की संभावना और बढ़ जाती है। इस तिथि पर शुक्ल योग बनने से शुभ प्रभाव और बढ़ जाएगा।
शक्ति की साधना का महत्व
10 फरवरी तक देवी मंदिरों में विशेष पूजा होगी। ये नवरात्र शक्ति पूजा के लिए खास माने जाते हैं। इस दौरान मकर राशि में सूर्य, बुध और शनि का त्रिग्रही संयोग बना रहेगा। सितारों की ऐसी स्थिति में शक्ति आराधना शुभ फल देने वाली रहेगी। गुप्त नवरात्र में देवी मंदिरों में विशेष पूजा होगी। मां दुर्गा के भक्त उपवास रखकर सप्तशती, चालीसा का पाठ कर विभिन्न प्रकार की साधनाएं करेंगे। यह नवरात्र शक्ति की पूजा के लिए खास मानी जाती है।