किसानों ने मनाया विश्वासघात दिवस, वादा पूरा करने की मांग की
बैतूल। किसान संघर्ष समिति की अगुवाई में सोमवार काे किसानों ने विश्वासघात दिवस मनाया। किसानों ने फसल बीमा देने के साथ ही फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की भी मांग की। समिति ने सोमवार मुलताई में धरना देते हुए प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। किसानों ने कहा – किसान विरोधी कानून वापस लेने के बाद पिछले 9 दिसंबर को किसान संगठनों और सरकार के बीच सहमति बनी थी, जिस आधार पर संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया था। सरकार ने उनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया है। इसीलिए विश्वासघात दिवस मनाया गया।
सीएम को भेजा पत्र
किसानों ने अपनी 8 सूत्री मांगाें को लेकर मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा है। उन्होंने कहा – मध्यप्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि हुई थी, जिसमें किसानों की फसलें नष्ट हुई थी। पिछले 2-3 दिनों से अत्यधिक ठंड पड़ने से गेहूं, चना, मटर, मसूर, सरसों के साथ – साथ सब्जियों की फसलें भी नष्ट हो गई है। इस समय फसलें फल – फूल रही थीं, लेकिन पाला ग्रस्त होने से फूल एवं फल पूरी तरह से प्रभावित हुई है। खाद, बीज, कीटनाशक और डीजल के बढ़े दाम के कारण किसानों ने कर्जे लेकर फसल तैयार की थी। साल 2020 में नष्ट हुई फसलों का फसल बीमा का भुगतान बीमा कंपनी ने अभी तक नहीं किया है।
यह है मांग
ओलावृष्टि एवं पाला से नष्ट हुई फसलों का किसानों की खेत इकाई के आधार पर सर्वे कराया जाए।
केन्द्र सरकार द्वारा घोषित सभी 23 फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाए।
सभी किसानों का दो लाख रुपए का कर्जा माफ किया जाए।
केरल की तरह सब्जी तथा फल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का कानून बनाया जाए।
दूध का दाम बढ़ाकर 10 रुपए प्रति फैट किया जाए।
2019-2020 की नष्ट हुई फसलों का तत्काल फसल बीमा की राशि दिलाई जाए।
कोरोनाकाल का बिजली बिल माफ किया जाए।
आवरा पशुओं को रखने के लिए गौशालाएं खोली जाएं।