7 साल के बच्चे का गला घोंटा:बुरहानपुर में गाली देने पर 12 साल के लड़के ने की हत्या
बुरहानपुर। बुरहानपुर में हुई हत्या की एक वारदात ने सभी को हैरत में डाल दिया है। यहां खेत से चने उखाड़ने की बात पर 12 साल के लड़के ने 7 साल के बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी। यही नहीं, बच्चे को बेहोश समझकर आरोपी काफी देर तक वहीं बैठ उसके उठने का इंतजार करता रहा। देर शाम तक जब वह नहीं उठा, तो आरोपी अपने घर चला गया। खेत की रखवाली कर रहे आरोपी ने बच्चे को खेत से चना उखाड़ने के लिए मना किया था। इसी बात बच्चे ने उसे गाली दे दी। आरोपी की मां नहीं होने से उसे यह बात नागवार गुजरी। मामला खकनार का है।
बच्चे के चेहरे-गले पर नाखूनों के निशान भी मिले
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि 27 जनवरी को गांव के कोटवार देवानंद ने थाने में सूचना दी कि कालू (7) पुत्र बद्री भिलाला निवासी शेखापुर 26 जनवरी शाम 5 बजे से लापता था। उसका शव किरण पटेल के हल्दी के खेत में मिला है। पीएम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत होना पाया गया। बच्चे के चेहरे और गले पर नाखूनों के निशान भी मिले।
जांच में पता चला कि पड़ोस में रहने वाला 12 साल का बच्चा चने की रखवाली कर रहा था। 26 जनवरी की शाम करीब 5 बजे कालू उसके खेत से चना उखाड़कर खाने लगा। जब रखवाली करने वाले बच्चे ने ऐसा करने से रोका, तो बच्चे ने उसे गाली दे दी। इसी से नाराज होकर आरोपी ने कालू का गला दबा दिया। जिस वजह से उसकी मौत हो गई।
मां नहीं है, इसलिए मां के बारे में सुनकर गुस्सा आ गया
एसपी लोढ़ा ने बताया कि आरोपी की मां नहीं है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब कालू ने मां के बारे अपशब्द कहे, तो अच्छा नहीं लगा। गुस्से में उसने उसका मुंह और गला दबा दिया। फिर बेहोश समझकर वहीं बैठ उसके होश में आने का इंतजार करने लगा। दूसरे दिन सुबह पिता को हल्दी के खेत में कालू की लाश पड़ी होना बताया। पिता ने कालू के घर जाकर खबर देने के लिए कहा। मैंने मृतक की मां को खबर दी। लाश उठाकर चने के खेत तक लेकर आया। मैंने सुबह 6 बजे भी जाकर देखा था कि शायद वह उठ गया होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
खुद ही जुर्म कबूल लिया
एसपी ने बताया कि मृतक आखिरी समय में आरोपी के साथ ही था, इसलिए शंका के दायरे में आ गया था। पहले तो उसने इधर-उधर की बात की। फिर घटनाक्रम बता दिया कि हत्या किस तरह हुई।