जांच में खुली डबल मर्डर की मिस्ट्री
भोपाल। दिल दहला देने वाली ये घटना चार साल पुरानी है। भोपाल के कोलार इलाके में सार्वजनिक स्थान पर एक लाश पड़ी थी। लाश को कई स्थानों से सुअर-कुत्तों ने नोंच रखा था। इस कारण पुलिस को पहचान करना मुश्किल हो रहा था। 27 मई 2021 की सुबह अमरनाथ कॉलोनी और कलियासोत नदी के बीच खाली मैदान में एक लाश पड़ी थी। शव की हालत ऐसी थी कि उसकी पहचान करना काफी मुश्किल था।
पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज लेकर कड़ियां मिलाना शुरू की तो पता चला कि लाश मोहन मीणा की है। लेकिन कातिल को तलाशना पुलिस के लिए एक चैलेंज था। मोहन के भाई रंजीत के पांच साल से लापता होने की जानकारी मिली।
इस मामले में पुलिस ने मोहन की हत्या के संबंध में उसकी भाभी उर्मिला मीणा से पूछताछ की तो उसने कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वह बोली पति बिना बताए घर से चले गए थे। गुमशुदगी रिपोर्ट के बारे में पूछने पर कहने लगी- कई बार थाने गई, लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई।
ऐसे में दोनों नाबालिग बच्चों से पूछताछ में पुलिस को अहसास हुआ कि यह किसी स्क्रिप्ट की तरह रटारटाया जवाब दोहरा रहे हैं। तीनों को एक साथ बुलाने के बाद पुलिस ने उर्मिला को बताया कि उसके पति का कंकाल मिला है। यह सुनकर वह घबरा गई । उर्मिला ने पुलिस को बताया कि देवर के साथ रहती थी, लेकिन वह उसे ब्लैकमेल करता था, इसलिए नाबालिग बेटे के साथ मिलकर उसने डंडे से देवर की हत्या कर दी। फिर शव कलियासोत किनारे फेंक दिया।
उम्रकैद की सजा… भोपाल कोर्ट ने महिला को पति और देवर की हत्या में दोषी पाए जाने के बाद उम्र कैद की सजा सुनाई है। महिला अभी सेंट्रल जेल में बंद है।
देवर के साथ थे अवैध संबंध
उर्मिला ने पुलिस को जो बताया उसने इंसानियत को झकझोर दिया। वे बोली-उसका पति विकलांग था। वह उसे पसंद नहीं करती थी। देवर मोहन के साथ उसके अवैध संबंध बन गए थे। पति ने उसे देवर के साथ आपत्तिजनक स्थिति में भी देख लिया था। इस मामले में पति ने उसे काफी खरी-खोटी सुनाई थीं। उसने देवर के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। 5 साल पहले देवर और उसने अपने पति की तार से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। हथौड़े से भी वार किए थे। बाद में पति के शव को घर में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दफना दिया था। उसके ऊपर कमरा बनाकर देवर और दोनों नाबालिग बच्चों के साथ रहने लगी।