चीन-तुर्किये के अलावा कोई भी देश PAK के साथ नहीं, इजराइल का भारत को साथ
नई दिल्ली। पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ ने तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन को ‘भाई’ कहा है और भारत के खिलाफ साथ देने के लिए शुक्रिया कहा है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान के लिए कठिन समय है।
पीएम शहबाज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा,
मैंने राष्ट्रपति एर्दोगन से पाक सेना के एक्शन की जानकारी दी है और कहा है कि पाकिस्तान हर कीमत पर अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेगा।
पीएम शहबाज ने साउथ एशिया में तनाव कम करने और क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देने के लिए तुर्किये की कोशिशों की भी सराहना की। तुर्किये ने भारत के एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान का समर्थन किया था और इसे संप्रभुता का उल्लंघन माना था।
ऋषि सुनक बोले- आतंकियों को छूट नहीं दे सकते
पूर्व ब्रिटिश PM ऋषि सुनक ने भारत का सपोर्ट करते हुए लिखा कि किसी भी देश को दूसरे देश की जमीन से अपना यहां हो रहे हमले स्वीकार नहीं करने चाहिए। भारत का आतंकी ठिकानों पर हमला सही है। आतंकवादियों को किसी भी तरह की छूट नहीं दे सकते।
अमेरिका- हालात पर नजर बनाए हुए हैं
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने X पर पोस्ट कर बताया है कि वो भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। रुबियो ने कहा है कि शांतिपूर्ण समाधान समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान के साथ बातचीत जारी रहेगी।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में कहा- यह बहुत भयानक है। मैं दोनों के साथ मिलकर काम करता हूं, मैं दोनों को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं, और मैं उन्हें इसे सुलझाते हुए देखना चाहता हूं। मैं उन्हें रुकते हुए देखना चाहता हूं।
उन्होंने जैसे को तैसा वाली नीति अपनाई है, इसलिए उम्मीद है कि अब वे ऐसा करना बंद कर देंगे। हम दोनों देशों के साथ बहुत अच्छे संबंध रखते हैं। अगर मैं कुछ मदद कर सकता हूं, तो मैं वहां जरूर रहूंगा।
मुझे लगता है कि लोगों को पता था कि कुछ होने वाला है। वे लंबे समय से लड़ रहे हैं। अगर आप इसके बारे में सोचें तो वे कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही खत्म हो जाएगा।
मिस्र – हमें बहुत ज्यादा चिंता है
हमें भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया घटनाक्रम पर गहरी चिंता है। दोनों पक्षों से संयम बरतने और डिप्लोमेसी के जरिए बातचीत जारी रखने के अपील करते हैं। मिस्र के विदेश मंत्रालय को जोर संकट को कम करने और इसे और बढ़ने से रोकने के लिए कोशिश करने पर है।
ईरान बोला- दोनों देश संयम से काम लें
ईरान ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को लेकर गहरी चिंता जताई है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाकेई ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की। ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची आज भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिल सकते हैं।
तुर्किये बोला- यह पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन
तुर्की के राजदूत ने विदेश मंत्री इशाक डार से मुलाकात कर पाकिस्तान के साथ एकजुटता दोहराई। तुर्की के राजदूत ने इसे पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन माना और निर्दोष लोगों की मौत पर शोक जताया।
तुर्की ने कहा कि कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के आधार पर हल किया जाना चाहिए। वहीं, तुर्किये के विदेश मंत्री हकान फिदान ने भी पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री मुहम्मद इशाक डार को फोन कर एकजुटता जाहिर की।
चीन बोला- भारत की सैन्य कार्रवाई अफसोसजनक
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 7 मई को पाकिस्तान पर भारत की एयर स्ट्राइक पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत की सैन्य कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है। हम मौजूदा हालात को लेकर चिंतित हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है। हम दोनों पक्षों से अपील करते हैं कि वे शांति और स्थिरता को प्राथमिकता दें। संयम बरतें और ऐसे कदम न उठाएं जो हालात को और जटिल बना दें।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर भारत-पाक के बीच तनाव कम करने में मदद करने के लिए तैयार है।
कतर बोला- भारत-पाकिस्तान तनाव को कम करें
कतर ने ऑपरेशन सिंदूर पर एक संतुलित और कूटनीतिक रुख अपनाया। कतर ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पर चिंता जताते हुए कहा है कि मामले को डिप्लोमैटिक तरीके से हल किया जाए।
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने भारतीय PM मोदी से बात भी की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही।
UAE की अपील- दोनों देशों से संयम बरते
UAE ने भारत और पाकिस्तान से कहा कि ऐसे हालात पैदा न करें जो क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा बने। UAE के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों के मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि डिप्लोमेसी और बातचीत के जरिए ही विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से हल करना सबसे बेहतर रास्ता है।
रूस बोला- दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ने से हम चिंतित
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि हम भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के बढ़ने से बहुत चिंतित हैं। हम पक्षों से अपील करते हैं कि वे क्षेत्र में और ज्यादा टकराव को रोकने के लिए संयम बरतें।
ब्रिटेन बोला- नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव ब्रिटेन में कई लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय होगा। हम दोनों देशों और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ बातचीत कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि बातचीत आगे बढ़े, तनाव में कमी आए और नागरिकों की सुरक्षा बनी रहे।
जर्मनी- तनाव को बढ़ने से रोकना होगा
जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच दो दशकों में सबसे गंभीर सैन्य टकराव के बीच तनाव को बढ़ने से रोका जाना चाहिए। दोनों देशों की ओर से तत्काल जिम्मेदाराना कार्रवाई की जरूरत है। हम (जर्मनी) इमरजेंसी बैठक बुला रहें हैं और जर्मन अधिकारी दोनों पक्षों के संपर्क में हैं।
अफगानिस्तान बोला- तनाव बढ़ना इस क्षेत्र के लिए खराब
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की है। मंत्रालय ने कहा कि इस तनाव का और बढ़ना क्षेत्र के हित में नहीं है। मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि सुरक्षा और स्थिरता, क्षेत्र के सभी देशों के सामूहिक हित में है। साथ ही मंत्रालय दोनों पक्षों से संयम बरतने और आपसी मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से सुलझाने की अपील करता है।
यूएन बोला- दोनों देशों से अधिकतम संयम बरतने की अपील करते हैं
यूनाइटेड नेशन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा, “महासचिव भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव को लेकर चिंतित हैं। दोनों देशों से अधिकतम सैन्य संयम बरतने की अपील करते हैं।”