जेलेंस्की बोले- मॉस्को आए विदेशी मेहमानों की सुरक्षा गारंटी नहीं
मॉस्को। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि रूस के साथ जारी युद्ध को देखते हुए यूक्रेन 9 मई की विक्ट्री डे परेड में शामिल होने मॉस्को आए किसी भी विदेशी मेहमान की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं दे सकता है।
रूस में जो कुछ भी होता है, उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हो सकते। वो आपकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, हम आपको कोई गारंटी नहीं देंगे।
जेलेंस्की के इस बयान पर रूस के पूर्व राष्ट्रपति और सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि यह बयान एक तहत का उकसावा है। किसी ने भी 9 मई की परेड के लिए यूक्रेन के सुरक्षा गारंटी नहीं मांगी थी।
उन्होंने कहा कि अगर यूक्रेन ने 9 मई को विक्ट्री डे परेड के दौरान मॉस्को पर हमला किया तो इस कोई भी इस बात की गांरटी नहीं ले पाएगा कि यूक्रेन की राजधानी कीव 10 मई तक सुरक्षित रह पाएगी।
रूस हर साल 9 मई को विक्ट्री डे परेड निकलता है
रूस सेकेंड वर्ल्ड वॉर में अपनी जीत के जश्न के तौर पर हर साल 9 मई को विक्ट्री डे परेड सेलिब्रेट करता है। पुतिन ने इस परेड को देखते हुए यूक्रेन के साथ 8 मई लेकर 10 मई तक तीन दिन (72 घंटे) के सीजफायर का ऐलान किया है।
इसे लेकर जेलेंस्की का कहना है कि वो रूस के साथ 30 दिन का युद्ध विराम चाहते हैं। हालांकि पुतिन पहले इससे इनकार कर चुके हैं।
इस साल इस परेड में शामिल होने के लिए 20 से ज्यादा देशों के मेहमान रूस पहुंचेंगे, जिनमें चीन, ब्राजील, वेनेजुएला और सर्बिया के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हैं।
पुतिन बोले- यूक्रेन के लिए परमाणु हथियारों की जरूरत नहीं पड़ेगी
दूसरी तरफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में न्यूक्लियर हथियारों की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा- हमने 2022 में जो शुरू किया था, उसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए हमारे पास पर्याप्त ताकत है।
रूस के सुप्रीम लीडर के तौर पर पुतिन के 25 साल के कार्यकाल पर स्टेट मीडिया ने “रूस, क्रेमलिन, पुतिन, 25 साल” नाम से एक फिल्म बनाई है। इसमें पुतिन ने कई अलग-अलग मुद्दों पर बात की। 72 साल के पुतिन ने कहा कि वो हमेशा अपने उत्तराधिकारी के बारे में सोचते हैं।
पुतिन ने कहा- आखिरकार, चुनाव लोगों के लिए है, रूसी लोगों के लिए। मुझे लगता है कि सिर्फ एक इंसान नहीं बल्कि कई लोग होने चाहिए, ताकि लोगों के पास विकल्प हो।
पुतिन रूस की पूर्व खुफिया एजेंसी केजीबी के जासूस रह चुके हैं। उन्होंने 1999 में रूस का राष्ट्रपति पद संभाला था। वो 1999 से 2008 तक रूस के राष्ट्रपति रहे। इसके बाद 2008 से 2012 तक प्रधानमंत्री रहे, और उसके बाद 2012 में फिर से राष्ट्रपति बन गए।