कांग्रेस विधायक बोले-शहरों,बाजारों में घुस रहे चीते
भोपाल। श्याेपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क से दो चीतों पावक और प्रभाष को शनिवार को सीएम डॉ मोहन यादव ने मंदसौर के गांधी सागर अभयारण्य में छोड़ा। कूनो से गांधी सागर सेंचुरी में चीतों की शिफ्टिंग को सरकार बड़ी उपलब्धि बता रही है। वहीं, श्योपुर के कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने चीता प्रोजेक्ट को पैसों की बर्बादी बताया है।
बाबू जंडेल ने कहा- अगर केन्द्र सरकार को लाना था तो टाइगर लाते। हमारे पास में राजस्थान सवाई माधौपुर के रणथंबौर में टाइगर है। वो टाइगर आना चाहिए। चीता के नाम से तो सरकार ने करोड़ों रुपए बर्बाद कर दिए।
बाबू जंडेल ने कहा, वहां के जो वनवासी, आदिवासी भाई हैं। उन्हें वन विभाग और प्रशासन चीता के नाम से परेशान कर रहा है। जनता परेशान है चीता के नाम से भाजपा की सरकार गुमराह कर रही है। किसान लोग खेतों में नही जा पाते हैं। अभी एक वीडियो आपने देखा होगा, जिसमें एक मां खेतों में काम कर रही थी, उसके बच्चे को पकड़ लिया। उस मां ने संघर्ष करके अपने बच्चे को बचाया।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने पावक और प्रभास को गांधी सागर अभयारण्य में छोड़ा
सीएम डॉ. मोहन यादव ने रविवार शाम को पावक और प्रभास नाम के दो चीतों को गांधी सागर अभयारण्य के बाड़े में छोड़ा। पिंजरा खुलते ही एक एक करके दोनों ही चीतों ने बाड़े में दौड़ लगा दी। सीएम डॉ. मोहन यादव ने पिंजरे का लिवर दबाकर गेट खोला। जिसके बाद एक चीता बाहर आया और दौड़ लगा दी। वह थोड़ी दूर जाकर रुका, फिर पलटकर देखा। कुछ ही देर में सीएम ने दूसरे पिंजरे का गेट खोला।