मृत बेटे के अंगों को परिवार ने किया दान
सड़क हादसे में मौत का शिकार हुए एक युवक को अंग दान कर एक ग्रामीण परिवार ने मिसाल पेश की है। 27 साल के युवक विनय गंगारे की गुरुवार नागपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। अब उनका दिल किसी और के सीने में धड़केगा।
हार्ट, किडनी और लीवर निकाला
अपने बेटे की मौत के गम को भुला कर एक परिवार ने ऐसी हिम्मत जुटाई, जिससे बेटे की मौत दूसरों के लिए जीवन दान साबित हो गई है। इस परिवार ने सड़क दुर्घटना में घायल हुए अपने बेटे की मौत होने के बाद तत्काल उसके अंगों को दान करने का फैसला लिया। परिवार से सहमति मिलने के बाद डॉक्टरों ने भी बिना देरी किए कागजी कार्रवाई के बाद मृत शरीर से हार्ट, किडनी और लीवर निकाला। अस्पताल प्रबंधन ने युवक के शरीर से निकाले दिल को किसी अन्य मरीज के लिए बॉम्बे भी रैफर कर दिया है। परिवार के इस फैसले के बाद मौत का इंतजार कर रहे एक अन्य युवक को नई जिंदगी मिल गई।
दशहरा को हुई थी दुर्घटना
जानकारी के अनुसार, चिचोली ब्लाक के जोगली गांव निवासी विनय गंगारे (27) दशहरे के दिन खापा गांव में सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया था। दुर्घटना में घायल विनय को जिला अस्पताल भर्ती किया गया था, हालत गंभीर होने पर यहां से 16 अक्टूबर को उसे नागपुर रैफर किया गया। नागपुर के वोकार्ड अस्पताल में 5 दिन इलाज चलने के बाद 21 अक्टूबर को विनय की मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार विनय गंगारे को टेस्ट के बाद ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद मृतक के पिता शिवनारायण गंगारे और छोटे भाई अजय गंगारे ने मृतक विनय गंगारे के अंगों को दान करने की इच्छा जताई। इसके बाद मृतक का हार्ट, किडनी और लीवर का दान किया।