गलत पते पर प्रदर्शन करने पहुंचे कांग्रेसी:सोनिया-राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट का विरोध
इंदौर। नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नाम चार्जशीट में दर्ज किए जाने के विरोध में इंदौर शहर और जिला कांग्रेस कमेटी और पार्षद दल द्वारा मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर बुधवार को ईडी दफ्तर पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पहले कांग्रेसी गलत पते पर विरोध करने पहुंच गए। जब इस मामले को लेकर बीजेपी की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया, तब कांग्रेस कार्यकर्ता सही पते पर प्रदर्शन करने पहुंचे।
वहीं, कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर बीजेपी नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि “प्रदर्शन का निर्देश मिला है, इसलिए सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है।”
इंदौर में प्रदर्शन को लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने ‘आवश्यक सूचना’ टैग के साथ एक संदेश जारी किया था। इसमें लिखा था कि ईडी के पालिका प्लाजा स्थित कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। शहर अध्यक्ष की इस सूचना के बाद कई कांग्रेसी नेता पालिका प्लाजा पहुंच गए और प्रदर्शन में शामिल हो गए। लेकिन बाद में जब उन्हें ईडी कार्यालय का सही पता मिला, तब वे वहां पहुंचे और विरोध प्रदर्शन शुरू किया गया।
नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की चार्जशीट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम आने के विरोध में कांग्रेस देशव्यापी प्रदर्शन कर रही है। इंदौर के इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। कार्यकर्ताओं ने नेहरू पार्क स्थित ईडी कार्यालय का घेराव किया।
दो महीने पहले ही शिफ्ट हो चुका है ईडी कार्यालय
इंदौर में ईडी का दफ्तर दो महीने पहले तक पालिका प्लाजा में हुआ करता था, लेकिन अब वह शिफ्ट हो चुका है। ईडी का कार्यालय अब नेहरू पार्क स्थित जनसंपर्क कार्यालय वाली बिल्डिंग में स्थानांतरित हो गया है। सबसे ख़ास बात यह रही कि यहां भी कांग्रेसी गलत स्थान पर प्रदर्शन करने पहुंच गए। दरअसल, वे जनसंपर्क कार्यालय के गेट के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। जब उन्हें पता चला कि ईडी का कार्यालय बिल्डिंग की दूसरी ओर है, तब सभी कांग्रेसी वहां जाकर प्रदर्शन करने लगे।
बीजेपी बोली- बस प्रदर्शन करना है
कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर बीजेपी नेता नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा- प्रदर्शन का निर्देश मिला है, इसलिए बस औपचारिकता निभाना है। ED कार्यालय का पता ही नहीं मालूम है?। जहां कार्यालय है ही नहीं, वहां प्रदर्शन करने की घोषणा की इंदौर की कांग्रेस ने।
इसके पहले भी ग्रामीण क्षेत्र के एक मामले में शहर की पुलिस को ज्ञापन देने पहुंच गये थे कांग्रेसी। अधिकारी ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया था, तब भी कांग्रेसियों ने कहा था कि पटवारी जी ने कहा है यही पर देना है। इसलिए यही देने आ गए, इसलिए आप ले लो। हमारी ज्ञापन की औपचारिकता हो जाएगी
आज भी वही करना है, पटवारी जी का निर्देश है, औपचारिकता निभाना है बस। अभी किसी ने कांग्रेसियों को बताया है कि ED कार्यालय वहां है ही नहीं तो अभी कांग्रेस कार्यालय में मंथन चल रहा है कि क्या करे, स्थान बदले क्या?