काशी तालाब से मिली सेन महाराज की चोरी हुई प्रतिमा
बैतूल। बैतूल के सदर क्षेत्र में प्रस्तावित संत सेन महाराज पार्क से चोरी हुई प्रतिमा को लेकर पिछले कुछ दिनों से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ था। आखिरकार बुधवार को यह मूर्ति काशी तालाब से बरामद कर ली गई। प्रतिमा को डूबी हुई स्थिति में गोताखोरों की मदद से तालाब से बाहर निकाला गया। इस घटना को लेकर सेन समाज में भारी नाराजगी है और कई सामाजिक संगठनों ने लगातार विरोध प्रदर्शन भी किए हैं।
27 मार्च को हुई थी प्रतिमा चोरी, समाज में आक्रोश
यह प्रतिमा 27 मार्च को गायब हो गई थी। प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी यह प्रतिमा दिसंबर 2023 में स्थापित की गई थी। प्रतिमा के अचानक गायब हो जाने के बाद सेन समाज में गहरा आक्रोश फैल गया था। समाज के लोगों ने बैतूल सहित कई जगहों पर प्रदर्शन किए। मंगलवार को भी कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया, जिसमें मूर्ति की बरामदगी और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की गई थी।
गोताखोरों और SDERF की टीम ने ढूंढा
बैतूल गंज पुलिस ने एसडीआरईएफ (SDERF) और गोताखोरों की टीम को काशी तालाब पर सर्चिंग के लिए बुलाया। टीम ने नाव की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया। अंततः तालाब के स्कूल छोर के कोने में मूर्ति पानी में डूबी हुई मिली। गोताखोरों ने इसे बाहर निकाला।
बैतूल गंज पुलिस ने इस मामले में 27 मार्च को एफआईआर दर्ज की थी। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मूर्ति को किसने चुराया और तालाब में क्यों फेंका।
विवादों में घिरा है सेन पार्क का स्थल
यह स्थल पहले भी विवादों में रहा है। सेन पार्क में पहले लगे फलक पर अज्ञात लोगों ने कालिख पोत दी थी। समाज के लोगों ने मूर्ति की सुरक्षा को लेकर 8 जनवरी और 20 फरवरी 2025 को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था, जिसके बाद नगर पालिका और अन्य संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
नगर पालिका की बैठक में काशी तालाब के समीप की भूमि को ‘सेन पार्क’ के रूप में प्रस्तावित किया गया था। समाज द्वारा इस स्थल पर श्रमदान और अर्थदान से मूर्ति की स्थापना की गई थी। विधायक द्वारा शेड निर्माण के लिए 5 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे। इसके अतिरिक्त, कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा स्थापना की मांग भी नगर पालिका से की गई थी। शिकायतों के चलते तहसीलदार ने फिलहाल निर्माण कार्य पर रोक (स्टे) लगा दी है।