बैतूल में मिलेगी संगीत की डिग्री:डिप्लोमा, अनहद को खैरागढ़ विश्वविद्यालय से मिली मान्यता
बैतूल। संगीत की शिक्षा के लिए अब बैतूल में छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के जरिए छात्र विभिन्न सांगीतिक विषयों की डिग्री और डिप्लोमा प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय ने बैतूल की एक सांगीतिक संस्था को अस्थाई मान्यता दी है।
कला क्षेत्र में एशिया की नंबर एक विश्वविद्यालय इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ छत्तीगढ़ के द्वारा गठित समिति के निरीक्षण के बाद अनहद कला संगीत शिक्षा समिति बैतूल को प्रथमा से विद कथक, तबला, गायन के लिए व गीतांजलि जूनियर व सीनियर के लिए अस्थायी मान्यता प्रदान की है, जिसमें खैरागढ़ विश्वविद्यालय का कोर्स सिखाया और पढ़ाया जाएगा और सभी विषयों की परीक्षा बैतूल में ही होगी।
इससे पूर्व विद्यार्थियों को परीक्षा देने खैरागढ़ जाना पड़ता था। अब विद्यार्थियों को डिप्लोमा या डिग्री लेने के बाद संगीत कलाकार बनने में के रास्ते सुगम हो गए हैं। अनहद के संचालक और संगीतज्ञ दिलीप रावत ने बताया कि इससे प्राप्त डिप्लोमा और डिग्री के माध्यम से रोजगार भी मिल सकता है। उन्होंने बताया कि यह बैतूल के लिए बहुत ही गर्व का क्षण है। अनहद को अस्थाई मान्यता मिलने पर जिले के कला प्रेमियों में हर्ष व्याप्त है।