गहलोत ने कहा-सीएम उम्मीदवार बनकर बैठे नेताओं को सेंस नहीं
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी नेताओं को मूर्ख और बेवकूफ बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मूर्ख बीजेपी के पदाधिकारी बन गए हैं, जिन्हें इतना भी सेंस नहीं कि किस तरह की घटना पर क्या किया जाता है। दरअसल, हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में प्रेमपुरा में दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। घटना की जांच और फैक्ट्स जुटाने के लिए बीजेपी ने मंगलवार को 3 विधायकों का प्रतिनिधिमंडल भेजा। इसी मुद्दे पर गहलोत ने कहा, ‘मैं पहली बार ऐसे नेताओं को देख रहा हूं, जो मुख्यमंत्री के उम्मीदवार बनकर बैठे हैं और बेवकूफी की बातें कर रहे हैं। जो कहते हैं कि राजस्थान में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी क्यों नहीं आते हैं। बीजेपी नेता खाली बैठे-बैठे अखबारबाजी करते रहते हैं। सोशल मीडिया पर कमेंट करते रहते हैं।’
बीजेपी पदाधिकारियों को सेंस नहीं: गहलोत
सचिवालय की पार्किंग का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को मीडिया से कहा- राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, तो क्या राहुल और प्रियंका गांधी यहां किसी घटना पर आएंगे या विपक्ष के नेता के तौर पर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को यहां आना चाहिए। राजस्थान में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को आना चाहिए। पता करना चाहिए कि हनुमानगढ़ में क्या हुआ। घटना क्यों हुई।
बीजेपी के पदाधिकारियों को इतना भी सेंस नहीं है कि किस तरह की घटना में क्या किया जाता है। एक आदमी जो मारा गया, उसके घर बीजेपी से कोई नहीं गया। कम से कम विपक्षी पार्टी के नेता को पीड़ित परिवार के घर जाकर बैठना चाहिए था। बीजेपी नेता जयपुर में खाली बैठे-बैठे अखबारबाजी करते रहते हैं। सोशल मीडिया पर कमेंट करते रहते हैं।
पीलीबंगा में बीजेपी की ओर से तीन विधायकों का डेलीगेशन भेजने पर गहलोत ने कहा कि यही तो उनकी मूर्खता है। जब कोई व्यक्ति मरा, उसी दिन बीजेपी पीलीबंगा में डेलीगेशन भेज देते। आज उन्हें डेलीगेशन भेजने की जरूरत ही नहीं पड़ती।
राहुल-प्रियंका को राजस्थान आने को कहना मूर्खता
गहलोत ने कहा देश के अंदर बेवकूफों की कमी नहीं है। आरोप लगाया कि बीजेपी वाले बेवकूफ लोग हैं, जो देश और प्रदेश में बेवकूफी कर रहे हैं। वे बिना मतलब की तुलना करते हैं। कहते हैं कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को राजस्थान क्यों नहीं आना चाहिए। जबकि राजस्थान में हमारी कांग्रेस की सरकार है। इसलिए उन्हें बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह को कहना चाहिए कि वो यहां आकर देखें। अमित शाह तो गृहमंत्री हैं। जहां विपक्षी पार्टी की सरकारें हैं, वहां उन्हें आकर देखना चाहिए। उन्होंने कहा- यूपी हो या अन्य राज्य जहां बीजेपी की ही सरकारें हैं, वहां हम विपक्ष के तौर पर जाएंगे।
लखीमपुर खीरी की घटना को राजस्थान से जोड़ना भी बेवकूफी
गहलोत ने कहा- राजस्थान में बीजेपी पीलीबंगा की घटना को लखीमपुर खीरी की घटना को काउंटर करने के लिए जोड़ा जा रहा है। यह बेवकूफी है। दोनों घटनाएं अलग-अलग तरह की हैं। पहले बीजेपी को जानकारी करनी चाहिए।