मेन एजेंडा टेरर फंडिंग-मनी लॉन्ड्रिंग पर रोक; विजयवर्गीय बोले- भारत ताकतवर बन रहा
इंदौर। इंदौर में सोमवार से पांच दिन तक (25 से 29 नवंबर) यूरेशियन ग्रुप प्लेनरी और वर्किंग ग्रुप मीटिंग हो रही है। इसके लिए सुबह से ही डेलिगेट्स के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। मीटिंग शुरू हो गई है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सांसद शंकर लालवानी शामिल हुए।
बैठक में आतंकवाद के लिए होने वाली फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर क्राइम रोकने के लिए ठोस प्लान बनाने पर चर्चा हो रही है। यूरेशियन ग्रुप की 41वीं बैठक में शामिल होने के लिए 23 यूरेशियन देशों (अमेरिका, जापान, यूएई, आर्मेनिया आदि) के 150 से ज्यादा डेलिगेट्स आए हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी फंडिंग के खिलाफ रिपोर्ट पेश
वेलकम सेशन में मध्यप्रदेश सरकार में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर सांसद शंकर लालवानी, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और ईएजी के अध्यक्ष व रोसफिनमॉनीटरिंग के निदेशक यूरी चिकाचेन ने भाग लिया। भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव और भारतीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख विवेक अग्रवाल ने सभी का स्वागत किया।
भारत के मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी फंडिंग के खिलाफ लिए गए एक्शन की रिपोर्ट यूरेशियन ग्रुप के वर्किंग ग्रुप को पेश की। इस पर बातचीत भी हुई। भारत का पारस्परिक मूल्यांकन फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ), एशिया पैसिफिक मनी लॉन्ड्रिंग ग्रुप (एपीजी) और यूरेशियन ग्रुप (ईएजी) के सदस्य देशों ने संयुक्त रूप से किया था। इस रिपोर्ट को पहले जून 2024 में सिंगापुर में आयोजित एफएटीएफ प्लेनरी के दौरान और सितंबर 2024 में अबू धाबी में आयोजित एपीजी प्लेनरी के दौरान अपनाया गया था। ईएजी अपने प्लेनरी में इस रिपोर्ट को अपनाएगा। सभी सदस्य देशों ने रिपोर्ट का समर्थन किया और भारत के प्रयासों की सराहना की।
भारत को होईएस्ट रेटिंग में रखा
मूल्यांकन के बाद भारत को “रेगुलर फॉलोअप” में रखा गया है। यह एफएटीएफ की हाईएस्ट रेटिंग कैटेगरी है। यूके, फ्रांस और इटली उन जी-20 देशों में से हैं, जिन्हें भारत के अलावा इस कैटेगरी में रखा गया है। रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि भारत ने वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। बैंक खातों वाली आबादी के अनुपात को दोगुना से अधिक किया है। इससे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिला है।
आज के सेशन में अलग-अलग वर्किंग ग्रुप के एजेंडे पर चर्चा हुई। इनमें अन्य यूरेशियाई देशों की फॉलोअप रिपोर्ट, मनी लॉन्ड्रिंग (एमएल) और आतंकवादी फंडिंग (टीएफ) से संबंधित टाइपोलॉजी, यूरेशियाई क्षेत्र में एमएल/टीएफ जोखिमों को कम करने की योजना आदि शामिल हैं।
शुक्रवार से ही आना शुरू हो गए थे डेलिगेट्स
रविवार को तीन अलग-अलग फ्लाइट से डेलीगेट्स इंदौर पहुंचे। उनकी अगवानी केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने खुद की। इसके पूर्व शुक्रवार और शनिवार को कई डेलिगेट्स इंदौर आए थे। रविवार को एक ग्रुप की बैठक भी बीसीसी में हुई। पांच दिनी आयोजन में डेलीगेट्स दो दिन डिनर बाहर करेंगे। इसमें एक दिन डेली कॉलेज में कल्चरल नाइट और डिनर के साथ एक दिन मांडू में मालवा, प्रदेश और भारत की संस्कृति से रुबरू होंगे।
कड़ी सुरक्षा के बीच बैठक
बैठक स्थल बीसीसी के अंदर और बाहर कड़ी सुरक्षा की गई है। इसके लिए दूर-दर तक बैरिकेड्स लगाए गए हैं। मेहमानों के आने-जाने के दौरान मुख्य मार्ग पर आमजन की आवाजाही डायवर्ट की गई है। डेलिगेट्स कौन हैं, कहां ठहरे हैं, कब तक हैं, उनका क्या शेड्यूल है, इसकी जानकारी साझा नहीं की गई है।
कार्यक्रम स्थल की बैठक व्यवस्था, मेहमानों के प्रवेश और निर्गमन व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, प्रवेश व्यवस्था, आवास व्यवस्था, आकस्मिक चिकित्सकीय व्यवस्था, अग्नि शमन व्यवस्था, पार्किंग सहित अन्य व्यवस्थाओं पर खास जोर दिया गया है। आयोजन स्थल पर मध्य प्रदेश की विरासत, कला, औद्योगिक विकास को दर्शाती प्रदर्शनी भी लगाई गई है।