मंत्री सिलावट बोले- संविधान और आरक्षण विरोधी है कांग्रेस
इंदौर। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयानों को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस को घेरने में लगी है। सोमवार को इंदौर में मंत्री तुलसीराम सिलावट ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। कहा राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी संविधान विरोधी है। यह पार्टी आरक्षण और डॉ. अंबेडकर विरोधी भी है।
सिलावट ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी हालिया अमेरिकी यात्रा के दौरान कहा है कि वह “आरक्षण हटा देंगे”। ये वही धुन है जो राहुल गांधी का परिवार नेहरु के जमाने से गाता आ रहा है। कांग्रेस पार्टी ने 57 वर्षों तक देश पर शासन किया, लेकिन इस दौरान उसने अपने राजनीतिक उद्देश्यों को साधने के लिए संवैधानिक प्रक्रियाओं का दुरुपयोग किया और सामाजिक उद्देश्यों की उपेक्षा की। कांग्रेस ने कभी भी संविधान के मूलभूत आरक्षण सिद्धांतों को सही भावना और रूप में लागू करने की राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं दिखाई।
कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी को बचाने के आरोप को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री सिलावट ने कहा कि “न्याय से बड़ा कोई नहीं है, जो दोषी है उसे सजा जरूर मिलेगी। देश में संविधान है, कानून है और देश संविधान, कानून से चलता है, जो भी दोषी हो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।” इसके बाद उन्होंने कॉन्फ्रेंस समाप्त कर दी।
जैसवानी की कंपनी में मंत्री सिलावट का बेटा भी पार्टनर
बता दें कि पिछले दिनों संजय जैसवानी ने अपने सीए को घर में दो दिन तक बंधक बनाकर रखा। सीए के परिजन द्वारा जब इस संबंध में विजय नगर थाने में शिकायत की गई तो पुलिस ने सीए को जैसवानी के निवास से छुड़ा तो लिया, लेकिन जैसवानी को गिरफ्तार करने के बजाय पीड़ित सीए एवं उसके साथी को ही रात भर थाने में बैठाकर रखा।
इसके बाद सीए एसोसिएशन के सदस्यों ने विजय नगर थाने में जमकर हंगामा किया था। वहीं एक विदेशी नागरिक को बंधक बनाया गया था। वो शिकायत करने लसूड़िया थाने पर पहुंचा था। उसने संजय जैसवानी पर आरोप लगाए थे। उससे आवेदन ले लिया गया लेकिन केस दर्ज नहीं हुआ।
उसने सोशल मीडिया के माध्यम से पीएम तक शिकायत की। इसके बाद मंत्री के करीबी समर्थक मामले की सेटिंग में लग गए। दूसरी तरफ मंत्री सिलावट का बेटा जैसवानी ग्रुप की एक अन्य कंपनी में डायरेक्टर रहा है। बाद में इस्तीफा दे दिया। इससे भी मंत्री सिलावट और जैसवानी के तार सीधे तौर पर जोड़े गए हैं।