बोले प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ सही डायग्नोज करने से मिलता है तत्काल रिलीफ
हार्ट के दर्द से परेशान एंजोग्राफी करा चुका मरीज चंद मिनटों में हो गया स्वस्थ्य
बैतूल। वर्तमान खान-पान, अव्यवस्थित दिनचर्या और चहुंओर फैले निगेटिव वातावरण से यदि किसी भी व्यक्ति के हार्ट में दर्द शुरू हो जाए तो सबसे पहला आंकलन मरीज सहित उसके परिजन और रिश्तेदार यही लगाते हैं कि यह ब्लाकेज होने से कहीं हार्ट अटैक तो नहीं है। जितनी जल्दी हो सके एंजोग्राफी, ईको, ईसीजी सहित अन्य जांच करा ली जाए। कुछ तो एंजोप्लास्टी और बायपास की भी मुफ्त में सलाह दे देते हैं। जबकि हकीकत यह है कि दिल का हर दर्द हार्ट अटैक नहीं होता है। यह बात राष्ट्रीय जनादेश से औपचारिक बातचीत के दौरान जिले के सिम्स हॉस्पीटल के संचालक प्रसिद्ध हृदयरोग विशेषज्ञ एमडी मेडिसिन और डीएनबी डॉ. श्याम सोनी ने कही। डॉ. सोनी ने कहा कि हार्ट में दर्द होते ही लोग इतना अधिक घबरा जाते हैं कि कहा नहीं जा सकता है। कई मर्तबा यही घबराहट भी जानलेवा बन सकती है। बेहतर है कि यदि कोई इस तरह का पेन हो तो सीधे डॉक्टर के पास जाएं और डॉक्टर के बताए अनुसार उपचार ले तो मरीज जल्द स्वस्थ्य हो जाता है।
दिल का हर दर्द नहीं होता हार्टअटैक
जिले के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. श्याम सोनी ने एक केस में बताया कि करीब 35 वर्ष के राहुल (परिवर्तित नाम) को जबरदस्त हार्ट पेन हो रहा था। उसने एंजोग्राफी, ईको, ईसीजी सहित अन्य जांचें भी करवा ली थी लेकिन उसे आराम नहीं मिल पा रहा था। दर्द से तड़पते हुए जब वह सिम्स अस्पताल में पहुंचा तो प्रथम दृष्टया कोई उसे तड़पता देखकर यही समझता कि इसे हार्ट अटैक ही आया है। डॉ. सोनी ने कहा कि जब उन्होंने बारीकी से स्टेथेस्कोप लगाकर जब राहुल की हार्टबीट सुनी तो उन्हें डायग्नोज करने में जरा भी समय नहीं लगा कि यह हार्ट अटैक का मामला नहीं है बल्कि दूसरी प्राब्लम है।
हार्ट अटैक नहीं है सुनते ही काफी रिलेक्स हुआ राहुल
डॉ. श्याम सोनी ने बताया कि जैसे ही उन्होंने राहुल को होने वाले हार्ट पेन को डायग्नोज किया और उससे कहा कि आप घबराए नहीं आपको हार्ट अटैक नहीं आया है। यह सुनते ही राहुल काफी रिलेक्स हो गया था। डॉ. सोनी ने बताया कि उपचार के साथ-साथ मरीजों की सही काउंसलिंग करना बेहद जरूरी होता है। सही काउंसलिंग करने से जहां मरीज का शारीरिक के साथ-साथ मानसिक तनाव कम होता है वहीं स्वस्थ्य होने की उम्मीद मरीज में जग जाती है और मरीज को स्वास्थ्य लाभ मिलना प्रारंभ भी हो जाता है।
इसलिए हो रहा था हार्ट पेन
राहुल के विषय में डॉ. सोनी ने बताया कि दरअसल राहुल को हार्टअटैक नहीं आया था बल्कि उसे जो सीने में दर्द हो रहा था वह दरअसल पैरा काडाईटिस की वजह से हो रहा था। डॉ. सोनी ने बताया कि मनुष्य के हृदय के आसपास एक महीन पतली सी झिल्ली होती है जिसमें एक लिक्विड रहता है। जब यह लिक्विड अधिक या कम होता है तो हार्टबीट के दौरान हृदय झिल्ली से चिपकने लगता है। इसी वजह से व्यक्ति को तेज असहनीय दर्द होता है। इसे भी लोग हार्ट अटैक समझ लेते हैं। जबकि ऐसा नहीं है इसे मेडिसिन और संतुलित दिनचर्या से ठीक किया जा सकता है। राहुल के मामले में भी ऐसा ही था।
चंद मिनटों में स्वस्थ्य हो गया राहुल
सिम्स हास्पीटल के संचालक डॉ. श्याम सोनी ने बताया कि राहुल को श्वांस लेने में भी परेशानी हो रही थी। उन्होंने स्टेथेस्कोप से जब आवाज सुनी तो उन्हें यह समझ में आ गया कि प्राब्लम कहां है? इसके बाद मेडिसिन दी गई जिससे राहुल तुरंत स्वस्थ्य हो गया। राहुल ने डॉ. सोनी को बताया कि उनके दोस्तों, रिश्तेदारों, परिजनों ने ईको, एंजोग्राफी, ईसीजी तक करवा दी थी। साथ ही एंजोप्लास्टी सहित बायपास कराने भी सलाह लगातार दे रहे थे। लेकिन राहुल अब पूरी तरह से स्वस्थ्य है और सामान्य जीवन जी रहा है। डॉ. सोनी ने कहा कि दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और डॉक्टर के बताए अनुसार ही मेडिसिन लें स्वयं आंकलन ना करें तो मरीज के स्वस्थ्य होने के चांस अत्यधिक बढ़ जाते हैं।