PAK संसद के स्पीकर ने गलती से नवाज शरीफ को PM घोषित किया
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सोमवार को नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए वोटिंग हुई। शहबाज शरीफ को नया वजीर-ए-आजम चुना गया है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के सभी सांसदों ने संसद की सदस्यता से सामूहिक इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे स्पीकर के पास जमा करा दिए। नया प्रधानमंत्री चुने जाने के ऐलान के वक्त स्पीकर अयाज सादिक गलती से शहबाज की जगह नवाज को प्रधानमंत्री घोषित कर बैठे। चलिए पूरा माजरा जानते हैं…
शुरुआत कैसे हुई?
दरअसल, वोटिंग से पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के सभी सांसद नेशनल असेंबली से उठकर चले गए। डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया और कुर्सी छोड़ दी।
इसके बाद शहबाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PMLN) के सीनियर सांसद स्पीकर की कुर्सी पर बैठे। इस दौरान नए प्रधानमंत्री को चुनने के लिए कार्यवाही शुरू हुई। इमरान की पार्टी और सहयोगी बायकॉट कर ही चुके थे। लिहाजा, शहबाज के अलावा कोई दूसरा कैंडिडेट PM की रेस में था भी नहीं। हालांकि, इमरान की पार्टी ने गैलरीज में कुछ अपने लोग पहले से ही बिठाकर रखे थे। ये लोग लगातार नारेबाजी और बदतमीजी कर रहे थे। बाद में इन्हें बाहर निकाल दिया गया।
और फिर फिसल गई जुबान
अयाज सादिक ने अपना ऑर्डर लिखकर रखा था। वो उसे देखकर ही पढ़ रहे थे। कुछ हिस्सा अंग्रेजी और फिर कुछ उर्दू में पढ़ा। फिर कहा- मैं मियां मोहम्मद नवाज शरीफ को…..। सादिक का बोलना था और पूरा सदन ठहाकों और तालियों से गूंज उठा। सामने की बेंच पर बैठे शहबाज शरीफ भी मुस्कराते हुए उठ खड़े हुए।
इसके बाद जाहिर है माहौल कुछ हल्का हो गया। सादिक ने आगे कहा- मैं माजरत (माफी) चाहता हूं। असल में बात ये है कि मेरे दिल में मियां मोहम्मद नवाज शरीफ बसे हुए हैं। इसके बाद सादिक ने सदन को नॉमिनेशन पेपर्स की पूरी जानकारी दी। शाह महमूद कुरैशी का भी जिक्र किया, लेकिन उनकी पार्टी के तमाम सांसद इस्तीफा दे चुके हैं, लिहाजा वो इस रेस से बाहर हो गए।
कौन हैं शहबाज शरीफ?
शहबाज शरीफ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई हैं। 2018 में हुए आम चुनाव में पीएमएल-एन ने शहबाज को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था। इस चुनाव में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने जीत हासिल की थी। तब शहबाज को 96 वोट मिले थे। इमरान 176 वोट हासिल करके प्रधानमंत्री बने थे। शहबाज को विपक्ष का नेता चुना गया था। शहबाज तीन बार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सीएम रह चुके हैं।