भाजपा नेता के बेटे की हत्या , हमलावरों ने घेरकर चाकू से किए वार
इंदौर। महू के पास पिगडंबर में बुधवार रात हुई भाजपा नेता के बेटे की हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने गाड़ियों में आगजनी और तोड़फोड़ कर दी। मामले की हकीकत का पता लगाने दैनिक भास्कर की टीम गुरुवार सुबह ग्राउंड जीरो पहुंची। जहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शी लैब संचालक और मृतक के मामा ने इस पूरी घटना के बारे में बताया। जिस युवक की हत्या हुई, उसका ना तो किसी से विवाद था और ना ही इस पूरे मामले से ही कोई लेना-देना था।
मृतक सुजीत ने DAVV से मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी और वो गुरुकृपा नाम से पारिवारिक होटल का काम देखता था। वहीं सुजीत के पिता उदल सिंह चौहान भाजपा नेता और प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी योजना के प्रचार-प्रसार विभाग के प्रदेश सचिव रह चुके हैं। साथ ही वे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के भी प्रदेश सचिव हैं।
सेंट्रल लैब के संचालक ठाकुर पर भी हुआ हमला
पिगडंबर स्थित सेंट्रल एनालिटिकल लैब के सामने सड़क पर सुजीत की हत्या हुई। लैब के संचालक जगदीश ठाकुर ने बताया कि वो और उनके दोनों बेटे रात करीब आठ से साढ़े आठ बजे के बीच लैब में काम कर रहे थे। 5 से 7 बदमाश हथियारों से लैस थे। उनके पास पिस्टल, चाकू और डंडे थे। जब जगदीश ने उन्हें रोकने और समझाने की कोशिश की तो युवकों ने जगदीश और उनके बेटों पर भी हमला कर दिया।
बोरिंग से उड़ती धूल है विवाद की असली वजह –
पिगडंबर में बनी विक्टोरिया मिलन टाउनशिप में संगीता पति राकेश खटीक के प्लॉट पर बोरिंग हो रहा था। कुलदीप पंवार का घर भी यहीं है। बोरिंग के कारण धूल उड़ते देख कुलदीप ने सोमवार को बोरिंग करने वाले को भगा दिया था। लेकिन बुधवार को राकेश एक बार फिर बोरिंग कराने पहुंचा। इसे देखकर कुलदीप और इनके दो-तीन दूसरे साथी मिलकर राकेश को बोरिंग बंद करने या धूल पर पानी डालने को लेकर समझाने गए। लेकिन राकेश का इन लोगों से विवाद बढ़ गया। तब राकेश ने महू से करीब एक दर्जन लोगों को बुला लिया। इन सभी के पास हथियार थे। जैसे ही ये बदमाश विक्टोरिया मिलन टाउनशिप में पहुंचे सभी ने कुलदीप और इनके साथियों को मारना शुरू कर दिया। कुलदीप और अन्य साथियों को चाकू सहित अन्य वार भी लगे। लेकिन वे भाग गए और लेबोरेटरी में पहुंचे। बदमाशों ने यहां भी कुलदीप और उसके साथियों से मारपीट की। इस बीच सुजीत वहां से निकलकर अपनी होटल जा रहा था, तो उसे भी बदमाशों ने चाकू मारकर घायल कर दिया। घाव गहरे होने और अधिक खून बह जाने से उसकी मौत हो गई।
मामले में 12 आरोपी, 2 हिरासत में, 10 को पकड़ नहीं पाई पुलिस
इस मामले में पुलिस 12 आरोपी बनाए हैं। इनमें से राकेश डॉन और लोकेश वर्मा को हिरासत में ले लिया है। जबकि मलकेश वर्मा, मन्नू कन्हैया लाल, रोहित बनवारी, भूरा सुंदर, और दर्शन प्रकाश सहित पांच अन्य आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
मरने के कुछ घंटे पहले ही इंस्टाग्राम पर डाली थी इमोशनल पोस्ट
सुजीत विवाद के कुछ घंटे पहले ही इंस्टाग्राम पर इमोशनल पोस्ट लिखा था। सुजीत ने लिखा था कि ‘ना साथ है किसी का, ना सहारा है कोई, ना हम किसी के, ना हमारा है कोई। इसके कुछ ही देर बाद सुजीत की चाकू लगने से मौत हो गई।