राहुल की सुरक्षा में चूक: हाथ बांधे खड़ी रही पुलिस

राहुल की सुरक्षा में चूक: हाथ बांधे खड़ी रही पुलिस
वाराणसी। वाराणसी में बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया है। यहां BHU गेट के पास जब राहुल का काफिला गुजर रहा था तो कुछ युवक दौड़ते हुए उनकी SUV के पास पहुंच गए। इतना ही नहीं, उन्हें सीधे फूल-माला भी थमा दिए। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस हाथ बांधकर खड़ी रही। पुलिस ने युवकों को रोकने की कोशिश नहीं की। हालांकि, राहुल ने भी युवाओं का उत्साह कम नहीं होने दिया। उन्होंने फूल-माला ली और फिर उनका काफिला आगे बढ़ गया।

दरअसल, गुरु रविदास जी की जयंती पर राहुल-प्रियंका वाराणसी के सीरगोवर्धनपुर स्थित उनकी जन्मस्थली पहुंचे। वहां मत्था टेकने के बाद राहुल का काफिला वापस एयरपोर्ट जा रहा था। तभी रास्ते में यह पूरा घटनाक्रम हुआ। राहुल की सुरक्षा चूक पर पुलिस का कहना थ कि जिन युवाओं ने उनको फूल माला दी, वे कांग्रेस के ही कार्यकर्ता थे। इसलिए, उन्हें रोका नहीं गया। बता दें कि हाल ही में लुधियाना में राहुल गांधी के वाहन पर फेंका गया झंडा उनके चेहरे पर जा लगा था। इसे दिल्ली की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने गंभीरता से लिया था। सुरक्षा के स्तर पर इसे लोकल पुलिस और इंटेलिजेंस की बड़ी चूक माना था।
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के अफसर इस मसले पर फिलहाल कुछ कहने से कतरा रहे हैं। अनौपचारिक तौर पर सिर्फ इतना कह रहे हैं कि कार्यकर्ता तो कांग्रेस के ही थे। कितना कंट्रोल किया जाए? सुबह से ही वीआईपी का जमावड़ा लगा हुआ है। देखते हैं कि किससे, कहां और कैसी चूक हुई है? जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

राहुल को मिली है जेड प्लस सिक्योरिटी
राहुल गांधी को अभी जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है। इससे पहले उनको SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) की सुरक्षा मिली थी। हालांकि, 2019 में केंद्र सरकार ने रिव्यू करके SPG सुरक्षा को हटा दिया था। जेड प्लस सिक्योरिटी के तहत CRPF के स्पेशल कमांडो तैनात रहते हैं। गांधी परिवार में राहुल के अलावा सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा भी CRPF कमांडो करते हैं।

स्थानीय पुलिस की होती है विशेष जिम्मेदारी
VIP सुरक्षा-व्यवस्था के जानकारों ने कहा कि सड़क पर मूवमेंट के दौरान VIP सिक्योरिटी की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस को ही संभालनी पड़ती है। क्या पता किसी फूल-माला में कोई विस्फोटक सामग्री ही हो? प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन होना चाहिए।
खासतौर से चुनावी मौसम में वीआईपी की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। पुलिस को पूरी तरह से अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। कोई भी भले ही VIP का कितना भी करीबी क्यों न हो, लेकिन हमें सुरक्षा मानकों का हर हाल में गंभीरता से पालन करना चाहिए।

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