सेना के जवान ने पत्नी संग किया सुसाइड
जबलपुर। जबलपुर में सेना के जवान ने पत्नी संग सुसाइड कर लिया। दोनों की लाश आर्मी क्वार्टर में फंदे से लटकी हुई मिली। आर्मी के राइफलमैन की लाश जहां बरामदे में फंदे से लटक रही थी। वहीं पत्नी की लाश कमरे में लटकी मिली। दंपती के बीच सुसाइड से पहले कुछ विवाद हुआ था। उनकी शादी एक साल पहले ही हुई थी। सुसाइड की खबर मिलते ही सेना के अधिकारी पहुंच गए और फिर केंट पुलिस को सूचना दी गई।
केंट पुलिस के मुताबिक मूलत: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला निवासी 28 वर्षीय पंकज सिंह रायफल मैन के पद पर जेआरके में पदस्थ थे। उनके साथ ही 25 वर्षीय पत्नी सुनीता सिंह भी रह रही थी। उनकी शादी एक साल पहले ही हुई थी। पड़ोसियों के मुताबिक रात करीब 10 बजे दोनों खाना खाकर सो गए थे। इसके बाद उनके बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। संभवत उसके बाद पंकज सिंह रूम से बाहर बरामदे में फांसी पर झूल गया। वहीं सुनीता ने भी बेडरुम में पंखे के सहारे चुनरी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली।
स्टॉफ के लोगों ने दंपती का शव देख दी सूचना
रविवार सुबह स्टॉफ के लोगों ने दोनों के शव देख उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। सेना के अधिकारियों ने अपनी कार्रवाई पूरी करने के बाद दोपहर में केंट पुलिस को सूचना दी। जेके राइफल्स के सूबेदार ने कैंट पुलिस को मस्जिद लाइन के फैमिली क्वार्टर नंबर 36/ 12 निवासी पंकज और उनकी पत्नी द्वारा फांसी लगाए जाने की सूचना दी। पुलिस ने एफएसएल टीम की मौजूदगी में दोनों के शवों को फंदे से उतारा और पीएम के लिए भिजवाया।
मोबाइल को पुलिस ने किया जब्त
केंट टीआई विजय तिवारी के मुताबिक प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दोनों की एक साल पहले ही शादी हुई थी। पर उनके संबंधों में मधुरता नहीं रह गई थी। अक्सर दोनों आपस में झगड़ते रहते थे। दोनों के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने उनके मोबाइल जब्त कर लिए हैं। मोबाइल से सुसाइड की कोई गुत्थी सुलझ सकती है।
हिमाचल में होगा अंतिम संस्कार
कैंट पुलिस के मुताबिक रविवार को पीएम के बाद दंपती के शवों को मरचुरी में रखवा दिया गया। पंकज के परिजन और सुनीता के मायके पक्ष के लोग हिमाचल प्रदेश से फ्लाइट से जबलपुर शाम छह बजे पहुंचे। परिजनों के केंट थाने में कथन के बाद सेना के वाहन से दोनों के शवों को हिमाचल प्रदेश रवाना किया जाएगा। सीएसपी केंट भावना मरावी के मुताबिक दंपती के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों के कथन और पीएम के बाद ही कुछ स्पष्ट हाेगा।