नीदरलैंड्स में 13 लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला, सभी साउथ अफ्रीका से
साउथ अफ्रीका में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन मिलने के बाद दुनिया अलर्ट पर है। इस मामले में नीदरलैंड्स के लिए रविवार को एक गंभीर परेशानी की बात सामने आई। यहां शुक्रवार को 61 लोगों को पाॅजिटिव पाया गया था। इनमें से 13 में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला है। जर्मनी में भी यह वैरिएंट तीन संक्रमितों में पाया गया है। उधर, मॉडर्ना वैक्सीन के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर पॉल बर्टन ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को खतरनाक बताया है। हालांकि, बर्टन ने उम्मीद जताई कि इस वैरिएंट से भी निपट लिया जाएगा। यहां ओमिक्रॉन वैरिएंट पर लेटेस्ट अपडेट्स…
नीदरलैंड्स में खतरा
नीदरलैंड्स में शुक्रवार को 61 लोगों को पाॅजिटिव पाया गया था। रविवार को पता लगा कि इनमें से 13 लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, खतरे की बात यह भी है कि ये सभी लोग साउथ अफ्रीका से एमस्टर्डम पहुंचे थे। कुल मिलाकर दो फ्लाइट्स यहां पहुंचीं थीं। टेस्ट के दौरान 61 लोगों को पॉजिटिव पाया गया था। बाद में सीक्वेंसिंग कराई गई तो पता लगा कि 13 लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट है। यह वैरिएंट साउथ अफ्रीका से ही शुरू हुआ है।
इन लोगों के कुछ और टेस्ट्स कराए जा रहे हैं। नीदरलैंड्स के पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट ने इस बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं दी है। सभी 61 लोगों को एयरपोर्ट के करीब एक होटल में आइसोलेट कर दिया गया है।
वैक्सीन भी जरूरी
मॉडर्ना वैक्सीन के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर पॉल बर्टन ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को खतरनाक बताया है। हालांकि, बर्टन ने उम्मीद जताई कि इस वैरिएंट से भी निपट लिया जाएगा।
‘द गार्डियन’ से बातचीत में बर्टन ने कहा- कोविड पर हमने काफी सीखा है। कुछ उपाय अपनाकर संक्रमण से बचा जा सकता है। हालांकि, वैक्सीन भी बेहद जरूरी है। जहां तक ओमिक्रॉन का ताल्लुक है तो हमें देखना होगा कि यह बुजुर्गों या पहले से बीमार लोगों पर किस तरह असर करता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि यह वैरिएंट खतरनाक नजर आ रहा है। हम यह पता लगा रहे हैं कि मौजूदा वैक्सीन इसके खिलाफ कितनी कारगर हैं। एक-दो हफ्ते में रिसर्च के नतीजे आ जाएंगे।
ब्रिटेन के हेल्थ मिनिस्टर को वैक्सीन पर शक
ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी साजिद जाविद के मुताबिक, ओमिक्रॉन के खिलाफ शायद मौजूदा वैक्सीन ज्यादा कारगर न हों। स्काय न्यूज को दिए इंटरव्यू में साजिद ने कहा- मैं यह तो नहीं कहता कि मौजूदा वैक्सीन बिल्कुल इफेक्टिव नहीं होंगी, लेकिन मुझे अभी लगता है कि शायद यह बहुत कारगर न हों। फिर भी किसी नतीजे पर पहुंचना मुश्किल है। ये भी हो सकता है कि ओमक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन का असर कुछ वक्त के लिए ही हो। हम इस बारे में पता लगाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। लेकिन, ये सच है कि हमें इस कोविड के इस वायरस के साथ रहना सीखना ही होगा।
ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में मिले ओमिक्रॉन से संक्रमित दो मरीज
आस्ट्रेलिया के हेल्थ ऑफिशियल्स ने रविवार को बताया कि उनके यहां दो लोगों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। क्योडो न्यूज के मुताबिक, दोनों केस न्यू साउथ वेल्स में मिले हैं। राज्य सरकार ने बताया कि ये लोग शनिवार को साउथ अफ्रीका से सिडनी पहुंचे थे। राज्य सरकार ने कहा कि दोनों को वैक्सीन लग चुकी है और उनमें कोई लक्षण नहीं थे। इससे पहले शनिवार को ही ब्रिटेन ने भी ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो केस की सूचना दी थी।
ब्रिटेन में हाई अलर्ट; PM जॉनसन ने बिना मास्क पब्लिक ट्रांसपोर्ट में एंट्री बैन की
ब्रिटेन में दो लोगों में ओमिक्रॉन पाए जाने पर डर का माहौल है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने फिर से पाबंदियां लागू कर दी हैं। शनिवार को जॉनसन ने कहा, ‘सरकार फेस मास्क पहनने के नियम दोबारा सख्त करने जा रही है। अब लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में और दुकानों में फिर से मास्क पहनना पड़ेगा।
जॉनसन ने देश में बाहर से आने वालों के लिए कोविड से जुड़े एंट्री नियम सख्त करने की भी घोषणा की। अब विदेश से UK आने वाले हर यात्री का RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। यह टेस्ट उसे देश में एंट्री का दूसरा दिन खत्म होने तक हर हाल में कराना होगा। ऐसे यात्री निगेटिव रिपोर्ट आने तक क्वारैंटाइन किए जाएंगे।
साउथ अफ्रीका में लॉकडाउन से पहले ही विरोध
साउथ अफ्रीका में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर जो हालात सामने आ रहे हैं, उससे टूरिज्म और लिकर इंडस्ट्री के अस्तित्व पर ही खतरा मंडराने लगा है। ज्यादातर देशों ने साउथ अफ्रीका या अफ्रीकी महाद्वीप से आने या जाने वाली फ्लाइट्स को बैन कर दिया है। इससे खासतौर पर साउथ अफ्रीका की टूरिज्म इंडस्ट्री परेशान है। इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को डर है कि साउथ अफ्रीका में फिर से सख्त लॉकडाउन लगाया जा सकता है। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने सरकार से अपील की है कि लॉकडाउन से पहले उनका पक्ष भी जाना जाए, क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो मुल्क की इकोनॉमी तबाह हो जाएगी। टूरिज्म के साथ, लिकर और रेस्टोरेंट एसोसिएशन भी सामने आ गया है।