चूरना के पास पर्यटन को जमीन देने से इंकार:प्रस्ताव पास कर प्रशासन को भेजा
बैतूल। बैतूल के सतपुडा टाइगर रिजर्व से सटे धपाडामाल में पर्यटन विभाग को सरकारी जमीन आवंटित करने का मामला खटाई में पड़ता जा रहा है। यहां ग्रामसभा ने पर्यटन के लिए जमीन देने से इंकार करते हुए जिला पंचायत को अपनी अनुशंसा भेज दी है। ग्राम पंचायत धपाड़ामाल ने अपने विशेष अधिकार के तहत पर्यटक विभाग को भूमि आवंटित नहीं करने का निर्णय लिया है।
शाहपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम धपाड़ामाल में पर्यटक विभाग द्वारा भूमि आवंटन के संबंध में ग्राम पंचायत से प्रस्ताव मांगा गया था। इस संबंध में पिछले दिनों ग्राम पंचायत धपाड़ामाल में एक विशेष ग्राम सभा आयोजित की गई थी। इस विशेष ग्राम सभा में सदस्यों ने विधि अनुसार अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए सर्वसम्मति से पर्यटक विभाग को भूमि आवंटन नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया है। इस संबंध में ग्राम प्रधान, सचिव, उप सरपंच सहित अन्य सदस्यों ने जिला पंचायत बैतूल एवं तहसीलदार शाहपुर को एक पत्र प्रेषित कर इसकी जानकारी से अवगत कराया गया है।
ग्राम सभा ने यह कहा प्रस्ताव में
धपाड़ामाल की विशेष ग्राम सभा में पर्यटक विभाग को भूमि आवंटन के संबंध में चर्चा प्रस्ताव के अंतर्गत मध्यप्रदेश भू संहिता 1959 की धारा 237 में नियुक्त निस्तार भूमियों के संरक्षण संबंधी प्रस्ताव को पारित किया गया है। 9 नवंबर को आयोजित विशेष ग्राम सभा की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि ग्राम पंचायत धपाड़ामाल मौजा धपाड़ामाल मध्य प्रदेश भू संहिता 1959 की धारा 237 निस्तार अधिकारों के प्रयोग के लिए कलेक्टर द्वारा भूमि का नियम के अधीन रहते हुए कलेक्टर दखल सहित भूमि को विधि अनुसार प्रयोजनों के लिए पृथक रख सकेगा।
इसमें इमारती लकड़ी या ईंधन के लिए, चारागृह, घास बीड़ या चारे के लिए, कब्रिस्तान तथा श्मशान भूमि के लिए, गौठान के लिए, सीविर भूमि, खलिहान, बाजार, खाल निकालने, खाद के गड्ढों, पाठ शालाओं, खेल मैदानों, उद्यानों, सड़कों, गलियों नालियों के लिए आरक्षित रहेगी। पारित प्रस्ताव में यह भी उल्लेख किया गया है कि वर्ष 1968-1969 के अभिलेख में दर्ज निस्तार पत्रक में जो खसरा नंबर दर्ज है, संपूर्ण भूमियों को संरक्षित करते हुए भविष्य में अन्य प्रयोजनों के लिए नहीं लिया जाएगा ना ही दिया जाएगा।
इसलिए मांगी थी जमीन
सीएम शिवराज सिंह चौहान की सपरिवार चूरना यात्रा और अभिनेत्री कंगना रनौत के यहां फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में ठहरने के बाद यह इलाका सुर्खियों में आया है। बताया जा रहा है कि पर्यटन विभाग ने यहां भूमि आवंटन के लिए बैतूल कलेक्टर को पत्र भेजा था। जिस पर कलेक्टर ने एसडीएम शाहपुर को जांच प्रतिवेदन भेजने को कहा था।
चूरना के पास स्थित इस जमीन को लेकर एसडीएम कोर्ट ने एक इस्तेहार भी जारी किया था। जिसके बाद सक्रिय हुई पंचायत और ग्रामीणों ने इस आवंटन पर अपनी असहमति जता दी है। इस मामले जिला पंचायत सीईओ ने राजस्व का मामला बताकर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। जबकि कलेक्टर ने मीटिंग में व्यस्तता की वजह से बाद में चर्चा करने की बात कही है।