अमेरिका में बढ़ता गन कल्चर:कलपुर्जों की ऑनलाइन डिलीवरी
अमेरिका में गन कल्चर के कारण समाज में हिंसा पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। बंदूक खरीदने के लिए बकायदा लाइसेंस लेने की कवायद करनी पड़ती है। लेकिन अमेरिकी कानून के अनुसार बंदूक के कलपुर्जों को बिना किसी लाइसेंस के खरीदा जा सकता है। अब अपराधी और यहां तक कि बच्चे भी ऑनलाइन ऑर्डर देकर बंदूक के कलपुर्जों को मंगवा रहे हैं। इन कलपुर्जों को मंगवा कर घरों में ही बंदूकों की असेम्बली की जाती है।
अलग कलपुर्जों के कारण इनका कोई सीरियल नंबर भी नहीं होता है। ऐसे में इन बंदूकों का पता नहीं किया जा सकता है कि इनका मालिक कौन है। इस प्रकार से असेम्बल कर बनाई गई बंदूकों को घोस्ट गन कहा जाता है। यानी इन्हें किसी भी प्रकार से ट्रैक नहीं किया जा सकता है। कैलिफोर्निया के पुलिसकर्मी पॉल फिलिप्स का कहना है कि पिछले 18 महीनों के दौरान इस प्रकार की घोस्ट गन बड़ी संख्या में पाई गई हैं।
क्राइम सीन पर पाए जाने वाले वाले हथियारों में से 50 फीसदी तक ये अवैध हथियार ही होते हैं। पुलिस ने 25 हजार ऐसी बंदूकों को जब्त किया है। अपराधियों को बंदूक का लाइसेंस नहीं देने के लिए अमेरिका में कानून है लेकिन कलपुर्जों का ऑनलाइन ऑर्डर कोई भी दे सकता है। इस प्रकार से बनाई गई बंदूकों को तो बंदूक की श्रेणी में ही नहीं रखा जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चुनाव के दौरान गन कल्चर पर रोक का वादा किया था लेकिन इस पर कोई पहल नहीं की जा सकी है। ऑनलाइन कलपुर्जों की खरीद पर कोई लगाम नहीं है।
12 साल का मैक्स ऐसी ही बंदूक से मरा था, सुराग नहीं
कैलिफोर्निया में रहने वाला सातवीं क्लास में पढ़ने वाला मैक्स जुलाई में ऐसी ही असेम्बल की गई बंदूक से मारा गया था। पुलिस ने उसके शव के पास से घोस्ट गन बरामद की थी। पुलिस ने पाया कि उस गन पर भी कोई नंबर नहीं था। मैक्स की मौत के बाद अमेरिका में घोस्ट गन पर प्रभावी प्रतिबंधों को लेकर बड़ी बहस छिड़ी हुई है।