ट्रम्प ने अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड डील का ऐलान किया
लंदन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील समझौते की घोषणा की। इस समझौते के तहत चीन अब अमेरिकी कंपनियों को रेयर अर्थ मटेरियल देगा।
रेयर अर्थ मटेरियल तकनीकी उपकरण, स्मार्टफोन और इलेक्ट्रिक कार जैसी चीजों के लिए बेहद जरूरी होता है। इसके बदले अमेरिका, चीनी छात्रों को अपने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने की इजाजत देगा।
ट्रम्प ने यह भी कहा कि नई डील से टैरिफ यानी आयात शुल्क को लेकर अमेरिका को 55% लाभ मिल रहा है, जबकि चीन को सिर्फ 10% फायदा पहुंचेगा। हालांकि यह साफ नहीं है कि इस टैरिफ व्यवस्था का पूरा मतलब क्या है और यह कैसे काम करेगी।
रेयर अर्थ मिनरल्स क्या हैं?
रेयर अर्थ एलिमेंट कुल 17 होते हैं, जिनमें लैंथेनम, नियोडियम, प्रासियोडियम जैसे मिनरल्स शामिल हैं। ये दिखने में आम खनिज जैसे लगते हैं, लेकिन इनमें विशेष मैग्नेटिक और इलेक्ट्रॉनिक गुण होते हैं जो उन्हें तकनीकी उत्पादों के लिए जरूरी बनाते हैं।
ये रेयर (दुर्लभ) कहलाते हैं, क्योंकि ये धरती के काफी अंदर पाए जाते हैं। साथ ही इन्हें निकालने और इनका प्यूरिफिकेशन प्रोसेस काफी जटिल और महंगा होता है।
रेयर अर्थ मिनरल्स का इस्तेमाल कई आधुनिक तकनीकों और इंडस्ट्री में होता है। जिनमें इलेक्ट्रॉनिक्स (स्मार्टफोन, लैपटॉप, और टीवी), इलेक्ट्रिक वाहन, विंड टरबाइन, सौर पैनल और बैटरी शामिल हैं।
चीन रेयर अर्थ मिनरल्स का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। यह वैश्विक आपूर्ति का लगभग 60-70% हिस्सा कंट्रोल करता है। 2023 तक, चीन ने अपनी खनन और प्यूरिफिकेशन प्रोसेस में भारी निवेश किया।
ट्रम्प के बाद अब जिनपिंग की मंजूरी का इंतजार
ट्रम्प के समझौते पर मुहर लगाने के बाद अब इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मंजूरी का इंतजार है।
इससे पहले अमेरिका के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा था कि दोनों देश जिनेवा में पहले हुए समझौते और नेताओं की आपसी बातचीत को अमल में लाने के लिए तैयार हो गए हैं। चीन के व्यापार मामलों के वरिष्ठ अधिकारी ली चेंगगांग ने भी यही बात दोहराई।
हाल ही में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच फोन पर बातचीत हुई थी, जिससे दोनों के बीच चल रहा तनाव थोड़ा कम हुआ। इससे पहले दोनों एक-दूसरे पर व्यापार समझौते के नियम तोड़ने का आरोप लगा रहे थे। इसी साल मई में स्विट्जरलैंड में हुई एक बैठक में यह तय हुआ था कि अप्रैल में जोड़े गए नए टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोका जाएगा और कुछ पुराने फैसले भी वापस लिए जाएंगे।
लुटनिक ने मंगलवार को कहा कि इस सहमति से रेयर अर्थ मिनरल्स और मैग्नेट्स से जुड़ी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यह फ्रेमवर्क पिछले महीने जिनेवा में हुए समझौते को मजबूती देता है।
लुटनिक ने बताया- इस समझौते में कुछ अमेरिकी एक्सपोर्ट रिस्ट्रिक्शन को हटाने की भी बात हुई। उन्होंने कहा, “हम इस फ्रेमवर्क को राष्ट्रपति ट्रम्प के पास ले जाएंगे और उनकी मंजूरी के बाद इसे लागू करेंगे।” दूसरी ओर, चीन इसे राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सामने रखेगा।