ग्राम रोजगार सहायकों का प्रदर्शन:कलेक्ट्रेट में सौंपा ज्ञापन
बैतूल। बैतूल जिले के सैकड़ों ग्राम रोजगार सहायकों ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। म.प्र. ग्राम रोजगार सहायक महासंघ, मनरेगा ग्राम रोजगार सहायक संघ और पंचायत सहायक सचिव कर्मचारी संघ के संयुक्त बैनर तले यह रैली निकाली गई। प्रदर्शन के बाद कर्मचारी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
इससे पहले आडिटोरियम में एक बड़ी सभा का आयोजन किया गया, जिसमें सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे और सरकार से लंबित मांगों पर जल्द निर्णय की मांग की।
30 से अधिक सहायकों की असमय मौत
ज्ञापन में सरकार पर अन्यायपूर्ण कार्रवाई, मानसिक शोषण और मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में प्रदेश में 30 से अधिक ग्राम रोजगार सहायकों की असमय मृत्यु हो चुकी है, लेकिन सरकार और प्रशासन ने अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया।
ये प्रमुख मांगे रखी
संविलियन और वेतनमान: ग्राम रोजगार सहायकों को पंचायत सहायक सचिव के पद पर मर्ज कर जिला संवर्ग में शामिल किया जाए और निश्चित ग्रेड-पे मिले।
अनुकंपा नियुक्ति और सहायता राशि: दिवंगत सहायकों के परिवारों को ₹10 लाख की अनुग्रह राशि और एक आश्रित को नौकरी दी जाए।
घोषणाएं लागू हो: 2018 और 2023 में की गई घोषणाएं जैसे पदनाम परिवर्तन, सेवा शर्तें और 50% आरक्षण तत्काल लागू हों।
मानदेय भुगतान की गारंटी: हर माह की 30 तारीख तक मानदेय भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
नियमितीकरण और सुविधाएं: सचिवों की तरह वेतनमान, ग्रेड-पे, T.A., D.A. और NPS का लाभ मिले।
15 दिन का अल्टीमेटम: नहीं मानी मांगें तो कलमबंद आंदोलन
कलमबंद-कंप्यूटर बंद आंदोलन की चेतावनी
संघ के नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिन के भीतर मांगों पर निर्णय नहीं लिया गया, तो प्रदेशभर में कलमबंद-कंप्यूटर बंद आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।संघ के जिला अध्यक्ष ने कहा कि हम 15 वर्षों से बिना स्थायित्व और उचित सम्मान के काम कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि हमें सरकार स्थायी कर्मचारी का दर्जा दे।