संजय पाटिल ने कहा- ED मुझपर छापा नहीं डालेगी, क्योंकि मैं BJP का सांसद हूं…
मुंबई। महाराष्ट्र के सांगली में भाजपा सांसद ने एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) उनके पीछे नहीं पड़ेगा क्योंकि वो सत्ताधारी पार्टी के सांसद हैं। यह बयान उन्होंने यहां एक मॉल के उद्घाटन पर दिया।
उन्होंने कहा कि दिखावा करने के लिए हमें 40 लाख रुपए की महंगी कार खरीदने के लिए कर्ज लेना पड़ता है। हमने कितना कर्ज ले रखा है, यह अगर ईडी ने देख लिया तो हैरान हो जाएगी। पाटिल ने ये भी कहा कि मैं सच बता रहा हूं। अगर मेरी बात रिकॉर्डिंग में भी आ गई तो भी मुझे कोई परेशानी नहीं है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी के नेतृत्व वाली सरकार लगातार आरोप लगाती रही है कि केंद्र सरकार विपक्ष के नेताओं के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। पिछले महीने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हर्षवर्धन पाटिल ने भी विवादित बयान दिया था।
भाजपा जाकर जिंदगी आसान हो गई
हर्षवर्धन पाटिल ने कहा था कि अब वो चैन से सो पाते हैं क्योंकि अब केंद्रीय जांच एजेंसियां उनसे पूछताछ करने नहीं आती हैं। एक कार्यक्रम के दौरान हर्षवर्धन पाटिल ने कहा था, “हमें भी भाजपा में जाना पड़ा। (स्टेज पर बैठे एक व्यक्ति की तरफ इशारा करके वे बोले) इन्होंने मुझसे पूछा कि मैंने भाजपा क्यों जॉइन की। मैंने उनसे कहा कि अपने नेता से पूछिए कि मैं भाजपा में क्यों गया। यहां सब बहुत आसान और सुकून-दायक है। मुझसे यहां कोई पूछताछ नहीं होती इसलिए मैं सुकून की नींद लेता हूं। अपने बयान पर विवाद बढ़ने के बाद हर्षवर्धन ने कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया था। उन्होंने कहा कि मैंने भाजपा इसलिए जॉइन की क्योंकि मुझे कांग्रेस से टिकट नहीं मिला था।
NCP नेताओं ने साधा BJP पर निशाना
महाराष्ट्र के नेता छगन भुजबल ने क्रूज ड्रग्स केस में BJP पर निशाना साधा है। NCP नेता ने भाजपा के दोहरे रवैये पर तंज कसते हुए कहा कि अगर बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खाना BJP में शामिल हो जाएंगे तो ड्रग्स को शक्कर का बूरा मान लिया जाएगा। क्रूज ड्रग्स केस में शाहरुख के बेटे आर्यन खान जेल में बंद हैं।
NCP नेता नवाब मलिक ने तो NCB के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने शुरू से ही कहा है कि यह पूरा मामला फर्जी है। NCB ने टारगेट करके क्रूज पर छापा मारा था और 1300 लोगों में से सिर्फ 11 लोगों को हिरासत में लिया था। इन्हें पकड़ने के बाद NCB ऑफिस लाया गया और इसमें से आर्यन, अरबाज और मुनमुन समेत 8 को अपने पास रखते हुए बाकी आरोपियों को जाने दिया गया।