कॉलेज डायरेक्टर ने बैड टच किया, अश्लील बातें की
भोपाल। भोपाल के रायसेन रोड स्थित जिस प्राइवेट कॉलेज में हिन्दू छात्राओं को टारगेट कर रेप, गैंगरेप और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करने का मामला सामने आया था। वहां की चार और छात्राएं सामने आई हैं। उन्होंने कॉलेज के डायरेक्टर अरुण पांडे पर बैड टच, अश्लील बातें करने और अकेले में मिलने का दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं।
छात्राओं ने कॉलेज के डायरेक्टर पांडे के खिलाफ पिपलानी थाने में शिकायत की है। चारों छात्राओं ने अलग-अलग आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराईं हैं। जिसके बाद पुलिस ने मामले को जांच में ले लिया है। वहीं कॉलेज के डायरेक्टर ने सफाई में कहा कि छात्राओं ने यह आरोप दबाव बनाने के लिए लगाए हैं।
पीड़िता ने बताया कि मैं भोपाल में रहती हूं और रायसेन रोड स्थित प्राइवेट कॉलेज में बीए एलएलबी फोर्थ ईयर की छात्रा हूं। कॉलेज के जिस हिस्से में हमारी क्लास है, वहां बायोमैट्रिक्स ठीक नहीं हैं। इसकी हम कई बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं। परीक्षा आने वाली है और फॉर्म भरे जा रहे हैं। मुझे अचानक बताया गया कि मेरी अटेंडेंस शार्ट है। फॉर्म फारवर्ड नहीं किया जाएगा।
कॉलेज के तमाम जिम्मेदारों से मिन्नतें कीं, मेरा साल खराब हो जाएगा। मुझे टीबी की बीमारी है, मेडिकल भी दिया है, लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं था। मैंने कुछ छुटि्टयां जरूर की, लेकिन इतनी कम भी नहीं, जितनी मुझे बताई गईं। सभी ने एक ही बात कही, अगर फॉर्म फारवर्ड कराना चाहती हो डायरेक्टर अरूण पांडे से मिलो।
मेरी सहेलियों से भी सर ने ऐसी ही डिमांड की
मैंने अपने साथ पढ़ने वाली अन्य छात्राओं से इस संबंध में बात की। इन्हें भी शार्ट अटेंडेंस बताकर फॉर्म फारवर्ड न करने की धमकी दी गई थी। इनमें से गंजबासौदा, रायसेन और मंडीदीप की रहने वाली तीन सहेलियों ने भी डायरेक्टर की इसी तरह की हरकतें और डिमांड किए जाने का खुलासा किया।
तब हम चार सहेलियों ने एक साथ शिकायत करने का मन बनाया। हिम्मत जुटाने के बाद शिकायत करने कॉलेज कमेटी के पास पहुंचे। वहां से कोई कार्रवाई नहीं की गई। तब थाना पिपलानी पहुंचे। वहां पुलिस ने शिकायत आवेदन रिसीव कर जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया।
शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा
छात्राओं ने बताया कि हम पर शिकायत वापस लेने का दबाव कॉलेज प्रबंधन की ओर से बनाया जा रहा है। हम डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। कॉलेज प्रबंधन हमारा करियर बर्बाद करने की धमकी दे रहा है। लेकिन हम अपने लिए स्टैंड कायम रहेंगे, डायरेक्टर पर कार्रवाई होने तक चैन से नहीं बैठेंगे।
कॉलेज डायरेक्टर बोले- आरोप दबाव बनाने के लिए लगाए गए
छात्राओं के आरोप पर कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. अरुण पांडे ने कहा कि जिन छात्राओं ने आरोप लगाए हैं, उनके अटेंडेंस पूरी नहीं है। बीते साल भी इनकी अटेंडेंस शॉर्टेज थी। तब इन्हें अगले साल अटेंडेंस पूरी करने की शर्त पर एग्जाम में शामिल होने की परमिशन दी गई थी। लेकिन इस साल भी इनकी अटेंडेंस बेहद कम रही। छात्राएं जिस दिन को लेकर मेरे ऊपर आरोप लगा रही हैं। उस दिन की पूरी सीसीटीवी रिकॉर्डिंग मेरे पास है। यह आरोप दबाव बनाने के लिए लगाए गए हैं।
टीआई बोले- डायरेक्टर से बयानों के लिए समय लिया
टीआई चंद्रिका यादव ने बताया कि चारों छात्राओं के शिकायत आवेदन की अलग-अलग जांच की जा रही है। डायरेक्टर अरुण पांडे के कथन दर्ज किए जाएंगे। चौकी प्रभारी आनंद नगर संतोष रघुवंशी ने उनसे बात की है। जल्द उनके बयानों के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
पीड़िताओं के कॉलेज भी पहुंची थी NCW की टीम
5 मई को राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम रायसेन रोड स्थित इसी कॉलेज गई थी। इस दौरान टीम ने कॉलेज प्रशासन, अधिकारियों और रेप, ब्लैकमेलिंग की पीड़ित छात्राओं को पढ़ाने वाले स्टाफ से लंबी पूछताछ की थी।
टीम ने कॉलेज परिसर में छात्राओं की सुरक्षा से जुड़े इंतजामों पर भी विस्तार से जांच की। जांच के दौरान ये पता लगाने की कोशिश की गई कि क्या पीड़ित छात्राओं ने पहले कभी आरोपियों के खिलाफ किसी भी तरह की शिकायत कॉलेज प्रबंधन या संबंधित अधिकारियों से की थी। कॉलेज में अनियमितताओं के मिलने के बाद जिम्मेदारों को फटकार भी लगाई थी।
कॉलेज प्रबंधन ने अरुण पांडे को पद से हटाया
शिकायत के बाद कॉलेज प्रबंधन ने तत्काल प्रभाव से अरुण पांडे को पद से हटा दिया है। उनके स्थान पर डॉक्टर सतीश कुमार सिंह को डायरेक्टर पर पद पर नियुक्त किया गया है। वहीं पुलिस का कहना है कि अरुण पांडे को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया। उन्होंने शहर से बाहर होने का हवाला दिया है और तीन दिन बाद लौटने की बात कही है।
NSUI-ABVP का विरोध प्रदर्शन
टीआईटी कॉलेज के डायरेक्टर के खिलाफ एनएसयूआई ने भी मोर्चा खोल दिया है। घटना सामने आने के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी मामले पर विरोध जताया है। ABVP ने डायरेक्टर की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।