‘मणिकर्णिका’ और ‘पंगा’ के लिए कंगना को बेस्ट एक्ट्रेस
दिल्ली में सोमवार को 67वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स दिए गए हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विजेताओं को पुरस्कार दिए। कंगना रनोट को उनकी फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ और ‘पंगा’ में अपनी परफॉरमेंस के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया है। वहीं, मनोज वाजपेयी को ‘भोंसले’ और धनुष को ‘असुरन’ के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड ज्वाइंट तौर पर दिया गया है।
कंगना ने शेयर की फोटो
कंगना अवॉर्ड मिलने से उत्साहित हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अवॉर्ड रिसीव करने की तस्वीरें शेयर की हैं। कंगना ने लिखा, ‘आज मैं मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झांसी और पंगा के लिए जॉइंट नेशनल अवॉर्ड लेने जा रही हूं। मैंने मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी मैंने को-डायरेक्ट भी की थी। इन फिल्मों के टीमों को मैं अपना आभार व्यक्त करती हूं। इससे पहले कंगना ने अपना एक्साइटमेंट शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा था, आज भारत के सर्वोच्च सम्मान में से एक को पाने के लिए तैयार हूं। नेशनल अवॉर्ड। यह मेरा चौथा नेशनल अवॉर्ड है’।
कंगना अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान रेड और गोल्डन सिल्क साड़ी और हैवी गोल्ड ज्वेलरी पहनी दिखाई दीं। कंगना ने अपने लुक को बिंदी और बालों में गजरे के साथ कम्प्लीट किया है।
‘फैशन’ के लिए जीता था पहला नेशनल अवॉर्ड
बता दें कि कंगना ने पहला नेशनल अवॉर्ड फिल्म फैशन के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए 2008 में जीता था। 2014 में उन्हें क्वीन के लिए दूसरा नेशनल अवॉर्ड मिला था जो कि बेस्ट एक्ट्रेस के लिए था। 2015 में तनु वेड्स मनु के लिए भी कंगना को बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड मिला था।
‘छिछोरे’ बनी बेस्ट फिल्म
नितेश तिवारी के निर्देशन में बनी सुशांत सिंह राजपूत, श्रद्धा कपूर स्टारर ‘छिछोरे’ को बेस्ट हिंदी फिल्म चुना गया। मनोज बाजपेयी को ‘भोंसले’ और धनुष को असुरन’ बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दिया गया है।
ये अवॉर्ड्स एक साल की देरी से घोषित हुए हैं, क्योंकि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते ऐसा नहीं हो सका था। ये अवॉर्ड्स केंद्र सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले फिल्म फेस्टिवल निदेशालय द्वारा दिए जाते हैं। ये पुरस्कार पारंपरिक रूप से राष्ट्रपति के हाथों वितरित किए जाते हैं। हालांकि 66वें पुरस्कार उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दिए थे। जबकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विजेताओं के साथ हाई टी की मेजबानी की थी।