विदेश सचिव बोले- भारत-पाक के फैसले से रुका मिलिट्री एक्शन
नई दिल्ली। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पार्लियामेंटरी पेनल को बताया कि भारत और पाकिस्तान में पारंपरिक रूप से ही लड़ाई होती है।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने सोमवार को संसदीय समिति को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर ब्रीफिंग दी। मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान ने परमाणु हमले को लेकर कोई संकेत नहीं दिया था। भारत-पाकिस्तान में हमेशा पारंपरिक रूप से लड़ाई होती है।
न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से मिसरी के स्टेटमेंट की जानकारी दी। विदेश मंत्री ने कहा कि मिलिट्री कार्रवाई रोकने का फैसला दोनों देशों का था। वहीं, कुछ विपक्षी सदस्यों ने सवाल किए कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बार-बार लड़ाई रुकवाने में खुद और अपने प्रशासन रोल बताया।
कुछ सांसदों ने पूछा कि क्या पाकिस्तान ने चीनी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया? मिसरी ने कहा,
ब्रीफिंग में TMC, कांग्रेस, AIMIM के सांसद थे
बैठक में कांग्रेस सांसद शशि थरूर, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, कांग्रेस के राजीव शुक्ला और दीपेंद्र हुड्डा, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी की अपराजिता सारंगी व अरुण गोविल समेत कई सदस्य मौजूद रहे।
केंद्र सरकार ने 59 सदस्यों वाले 7 डेलिगेशन (ग्रुप) की घोषणा की है। इसमें 51 नेता और 8 राजदूत हैं। NDA के 31 और 20 दूसरे दलों के हैं, जिसमें 3 कांग्रेस नेता भी हैं। ये डेलिगेशन दुनिया के बड़े देशों, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्य देशों का दौरा करेगा। वहां ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भारत का रुख रखेगा।
दरअसल, भारत ने 23 मिनट के ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था। इसमें 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए गए थे। इसके बाद के एक्शन में पाकिस्तानी एयरबेसों को निशाना बनाया था। 10 मई की शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने X पर इसका ऐलान किया था।