इंदौर के यात्री पहुंचे केदारनाथ यात्रा पर:बोले-यहां डर जैसी कोई बात नहीं, सामान्य हैं हालात
इंदौर। भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर चल रहे तनाव के बीच केदारनाथ की (चार धाम) यात्रा शुरू हो गई है। इस यात्रा में शामिल होने के लिए इंदौर से भी यात्री पहुंचने लगे हैं। इंदौर से केदारनाथ यात्रा पर पहुंचे यात्रियों ने सोशल मीडिया पर फोटो-वीडियो शेयर कर लिखा है कि बाबा के दरबार में डर जैसी कोई बात नहीं है।
केदारनाथ धाम में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं लगभग 10 हजार से ज्यादा यात्री प्रतिदिन आराम से यहां रह सकते हैं। बता दें कि भारत-पाक तनाव के बीच केदारनाथ हेली सेवा रोकी गई थी जिसके बाद केदारनाथ यात्रा को लेकर यात्रियों के मन में संशय था, लेकिन यह यात्रा अब सुचारू रूप से जारी है।
इंदौर से केदारनाथ धाम पर दर्शन करने पहुंचे राजीव उपाध्याय ने बताया कि यहां पर डर जैसी कोई बात नहीं है। यहां सामान्य हालात है। वहीं आसानी से सभी सुविधा मिल रही हैं। केदारनाथ धाम में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक विशेष पूजा अभिषेक होता है। रात्रि 12 बजे बाबा केदारनाथ के दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है।
बाजार में पूजा सामग्री की दुकानें भी देर रात तक खुली रहती हैं। यहां गुजरात, मुंबई, सूरत समेत अन्य शहरों से भक्त आए हुए हैं। उपाध्याय ने बताया कि यहां पर आने वाले यात्री केदारनाथ यात्रा की फैली अफवाहों पर ध्यान ना दें। यहां पर पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चर बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं। बता दें कि केदारनाथ यात्रा में लगे घोड़े, खच्चरों में इन्फ्लूएंजा बीमारी होने के बाद प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसके बाद गत शुक्रवार से घोड़े खच्चरों की आवाजाही ट्रायल के रूप में शुरू की गई थी।
प्रतिदिन 1000 से 1200 श्रद्धालु डंडी-कंडी से धाम पहुंच रहे
केदरनाथ के तीर्थ-पुरोहितों का कहना है कि केदारनाथ धाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है एवं सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं, लेकिन कुछ लोग सस्ती लोकप्रियता के लिए सोशल मीडिया पर अफवाह फैला कर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं।
धाम के तीर्थ पुरोहितों ने इस पर कड़ा विरोध दर्ज किया है। उन्होंने धाम एवं यात्रा के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न देते हुए बाबा केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का स्वागत किया है। बताया जा रहा है कि प्रतिदिन 1000 से 1200 श्रद्धालु डंडी-कंडी से धाम पहुंच रहे हैं, जबकि लगभग 1000 डंडी-कंडी एवं पिट्ठू संचालक खाद्य एवं अन्य सामग्री की आपूर्ति में जुटे हुए हैं।