जब विचार सकारात्मक होते हैं, तब आलस दूर होता है और जीवन में आनंद आता है
हरिद्वार। विचारों में बड़ी शक्ति होती है। जब हमारे विचार सकारात्मक और यथार्थ की दिशा में होते हैं, तब हमारा सामर्थ्य अपार हो जाता है। पवित्र विचारों से ही हम अपनी शुभता, दिव्यता, सामर्थ्य, अनंत ऊर्जा और परमानंद से परिचित हो पाते हैं। इसलिए निरंतर शास्त्र श्रवण करते रहें। शुभ विचारों के साथ रहेंगे तो आलस्य दूर होगा।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए चिंता, भय-भ्रम कैसे दूर हो सकते हैं?