बहू की साजिश!: भाई और उसके नौकर ने कर दी चोरी
इंदौर। इंदौर के गुमाश्ता नगर इलाके में बर्तन व्यापारी के घर में हुई चोरी की मास्टर माइंड उनकी छोटी बहू माधुरी अग्रवाल, उसका भाई और दोस्त पुलिस हिरासत में हैं। 13 अक्टूबर को बहू ने भाई के साथ मिलकर चोरी करवाई थी। इसके लिए बाकायदा पूरी प्लानिंग की गई। प्लानिंग के तहत माधुरी, सास को गुमाश्ता नगर से कालानी नगर तक डॉक्टर के क्लीनिक लेकर पहुंची। गुमाश्ता नगर से कालानी नगर का फासला 3km का है, पर वह उन्हें महूनाका, गंगवाल होते हुए बड़े गणपति से 7km तक घुमाकर कालानी नगर लेकर पहुंची। जब भाई ने कॉल कर बताया कि काम हो गया है तो वह 3km के रास्ते से माधुरी कालानी नगर और चंदूवाला रोड होते हुए गुमाश्ता नगर आ गई।
TI दिलीप पूरी के मुताबिक, शुरुआती बयानों से ही बहू पर शक था। उसके दो अलग-अलग रास्तों से सास को डॉक्टर के यहां ले जाने की बात ने शंका और बढ़ा दी थी। बार-बार भाई से बात करने पर भी उस पर शक बढ़ा रहा था, इसी एंगल पर जांच आगे बढ़ाई तो सारा राज खुल गया।
माधुरी, सास को लेकर डॉक्टर के यहां निकल गई थी, तो वैभव ने भी अपने नौकर अरबाज को बहन के घर बुला लिया था। उसे चोरी के माल में हिस्सा देने की बात कही। दोनों आरोपी अपनी एक्टिवा दशहरे मैदान पर खड़ी कर आए थे। वहां से दोनों ने माधुरी के घर तक रिक्शा कर लिया था। माधुरी का पति और जेठ अपनी शॉप्स पर थे। भाभी मार्केट में तो सास को वह खुद डॉक्टर के यहां लेकर चली गई थी। घर खाली था।
पहले भाई ने समझाया था
वैभव ने पुलिस को बताया कि बहन ने जब चोरी करने की बात की तो उसने पहले इनकार करते हुए उसे समझाया था। लेकिन, बहन ने उसे कहा कि तुझे नहीं पता कि मुझ पर घर में क्या बीत रही है। हम कितनी आर्थिक परेशानी से गुजर रहे हैं। इसलिए बहन के दबाव में वह चोरी करने के लिए राजी हो गया।
उन कमरों के ही ताले टूटे, जहां जेवर
रोहित अग्रवाल के यहां चोरी के समय उन कमरों के ताले टूटे थे, जिनमें अलमारी थी और जेवर रखे हुए थे। पुलिस को इस पूरी वारदात में इस बात को लेकर शुरू से शंका थी। किसी अलमारी को तोड़ने के लिए हथियारों का उपयोग नहीं किया गया था। सभी को चाबी से खोला गया था। माधुरी को जानकारी थी कि उसकी भाभी चाबी कहां रखती है। वैभव ने सीधे चाबी उठाकर लॉक खोलकर सामान चुरा लिया था।
नेकलेस तक नहीं पहुंचा हाथ
वैभव चोरी करते समय जल्दी में था। उसने ऊपर के कमरे में बनी एक अलमारी को छोड़ दिया। यहां रोहित की पत्नी का बेशकीमती हार रह गया था। बाद में परिवार ने जब ज्वेलरी चेक की तो वह यहीं मिला था। अधिकारियों के मुताबिक, नकदी को लेकर भी परिवार ने ज्यादा रुपए लिखवा दिए थे। फिलहाल, मामले में अभी परिवार से पूरी ज्वेलरी को पूछताछ की जाएगी।