जरूरतमंद मेधावी बच्चों के सपनो को साकार करेगा लश्करे ट्रस्ट

  • लश्करे ट्रस्ट की अनुकरणीय पहल से खिले उठे बच्चों और अभिभावकों के चेहरे
  • पिता के जन्मदिन पर किया लश्करे हास्पिटल चैरिटेबल एज्युकेशन प्रमोशन ट्रस्ट का शुभारंभ

बैतूल (राष्ट्रीय जनादेश)। ऐसे चुनिंदा पुत्र होते हैं जो कि अपने माता-पिता के सपनो को साकार करने के लिए जी-जान एक कर देते हैं। ऐसे ही बिरले पुत्र डॉ. मनीष लश्करे हैं जो कि अपने माता-पिता द्वारा देखे गए सपनो को ना सिर्फ साकार कर रहे हैं बल्कि इससे मेधावी बच्चों को फलीभूत कर रहे हैं। आज पिता के जन्मदिन पर उन्होंने लश्करे हास्पिटल चैरिटेबल एज्युकेशन प्रमोशन ट्रस्ट का शुभारंभ कर यह साबित कर दिया कि दुनिया में माता-पिता के सपनो को साकार करने से बड़ा सकुन को दूसरा नहीं होता है। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती का पूजन कर किया गया। वहीं सीएम राइज स्कूल की बच्चियों ने इस अवसर पर सरस्वती वंदना भी की। कार्यक्रम के दौरान डॉ. मनीष लश्करे और डॉ. नमिता लश्करे ने मंचासीन अतिथियों का स्मृति चिन्ह और पुष्प गुच्छ से स्वागत भी किया। कार्यक्रम में इस ट्रस्ट की अवधारणा रचने वाले सीए निकुंज खण्डेलवाल का भी लश्करे परिवार ने मंच पर सम्मान किया।
यह था माता-पिता का सपना
डॉ. मनीष लश्करे ने बताया कि उनके पिता डॉ. धरमचंद लश्करे ने बेहद अभाव में शिक्षा प्राप्त की थी। उनकी और माताजी हमेशा से ही यही इच्छा थी कि एक ऐसा ट्रस्ट बनाया जाए जो कि मेधावी गरीब, निर्धन बच्चों की मदद कर सकें ताकि बच्चों की पढ़ाई में संसाधनों की कमी ना हो। इसी पुनीत उद्देश्य को लेकर माताजी और पिताजी ने इस ट्रक की नींव रखी थी जिसका शुभारंभ आज किया जा रहा है। डॉ. लश्करे ने कहा कि आज मुझे खुशी है कि मैं पिता के जन्मदिन पर माता की भी इच्छा को मूर्तरूप दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि यह सेवा निरंतर जारी रहेगा।
बच्चों को किया जाएगा मोटिवेट:डीसी लश्करे
कार्यक्रम में आर्शीवचन देते हुए डॉ. धरमचंद लश्करे ने कहा कि हमने इस ट्रस्ट का गठन एज्युकेशन के प्रमोशन के लिए किया है। हम इस ट्रस्ट के माध्यम से बच्चों को मोटिवेट भी करेंगे जिससे बच्चे तरक्की करें और देश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के माता-पिता नहीं होते हैं उन्हें भी सपने देखने का हक है और उन बच्चों के भी अपने सपने होते हैं जिन्हें हम इस ट्रस्ट के माध्यम से पूरा करने की कोशिश करेंगे।
पाठ्य सामग्री का किया वितरण
शिक्षा के महत्व को समझते हुए और समाज के जरूरतमंद बच्चों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से लश्करे हास्पिटल चैरिटेबल एज्युकेशन प्रमोशन ट्रस्ट ने 72 गरीब बच्चों को पाठ्य सामग्री वितरित की। ट्रस्ट का उद्देश्य उन बच्चों की सहायता करना है जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण आवश्यक अध्ययन सामग्री नहीं खरीद पाते हैं। आज जिले के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. धरमचंद लश्करे के जनमदिन पर इस ट्रस्ट का शुभारंभ किया गया। ट्रस्ट के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल, विशिष्ट अतिथि आमला विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे सहित अन्य अतिथियों की उपस्थिति में चयनित बच्चों को पाठ्य सामग्री वितरित की गई।
इस कार्यक्रम में शब्द कम भावनाएं ज्यादा: खण्डेलवाल
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लश्करे हास्पिटल चैरिटेबल एज्युकेशन प्रमोशन ट्रस्ट के इस कार्य में शब्द कम और भावनाएं ज्यादा हैं। उन्होंने लश्करे परिवार के इस प्रयास की सराहना की। इस कार्य के पीछे जो भावना है वो समाज के लिए एक अच्छा संदेश देती है कि कोई बच्चा आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित ना रह पाए। लश्करे परिवार के द्वारा जरूरतमंद बच्चों को दी जा रही पाठ्य सामग्री और भविष्य में उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता करना बहुत ही पुण्य का कार्य है।
स्वास्थ्य सेवा में लश्करे परिवार का बड़ा योगदान: पंडाग्रे
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आमला विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लश्करे परिवार का बैतूल के लिए बड़ा योगदान है। बैतूल जिले के सबसे पहले सर्जन डॉ. धरमचंद लश्करे थे और उन्होंने 1980 में बैतूल में पहला प्रायवेट हास्पिटल खोला था। इसके बाद उनके बेटे डॉ. मनीष लश्करे आए और अब उनकी तीसरी पीढ़ी भी चिकित्सा के क्षेत्र में बैतूल में सेवा देने आ रही है। लश्करे परिवार की सफलता की कहानी के पीछे बड़ा संघर्ष छिपा हुआ है जिसकी आधारशिला डॉ. डीसी लश्करे ने रखी थी। डॉ. पंडाग्रे ने कहा कि बच्चों की सफलता में कई बार संसाधन बाधा बनते हैं लेकिन ट्रस्ट ने यह जिम्मेदारी ली है जिससे अब प्रतिभावान बच्चे संसाधन के मोहताज नहीं रहेंगे। श्री पंडाग्रे ने कहा कि सफलता कभी भी व्यक्तिगत नहीं होती है। एक व्यक्ति की सफलता से बहुत से लोगों को मोटिवेशन मिलता है और इससे समाज भी सशक्त होता है। उन्होंने उपस्थित बच्चों से अपील की है कि वे खूब मन लगाकर पढ़ाई करें और परिवार, समाज एवं क्षेत्र का नाम रोशन करें।
माता-पिता के सपने हो रहे साकार: डॉ. लश्करे
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लश्करे हास्पिटल चैरिटेबल एज्युकेशन प्रमोशन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. मनीष लश्करे ने कहा कि यह सपना जिसे मेरे पिता ने स्नेह और पुनीत उद्देश्य से संजोया है। यह ट्रस्ट उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है। जहां हर बच्चे को चाहे उसकी पृष्ठ भूमि कुछ भी हो अपने सपनो को पूरा करने और अपनी क्षमता को हासिल करने का अवसर देगा। मैं अपने पिता की विरासत का सम्मान करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी महसूस करता हूं। उन्होंने अपना जीवन जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए समर्पित कर दिया। मेरा यह वादा है कि मैं उस काम को जारी रखूंगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा सभी का मौलिक अधिकार है। हम इस ट्रस्ट के माध्यम से जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराएंगे, शिक्षा से ही उन्नति के द्वार खुलते हैं। डॉ. मनीष लश्करे ने कहा कि हमने कक्षा 6 वीं से 10 कक्षा के बच्चों का चयन ही इसलिए किया है क्योंकि इस दौर में मेरे पिता बहुत कठिनाईयों से गुजरे थे। उन्होंने मंच से आश्वासन दिया कि हम इन बच्चों की शिक्षा का तो ध्यान रखेंगे ही साथ ही यदि कभी भी इन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी होगी तो उसका भी पूरा निराकरण करेंगे। ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. मनीष लश्करे ने कहा कि यह ट्रस्ट जरूरतमंद बच्चों की ट्यूशन फीस और स्कालरशिप की व्यवस्था भी करेगा।
पहले साल में 72 बच्चे चयनित
ट्रस्ट ने समाज से 6 वीं से 8 वीं कक्षा के बीच के ऐसे बच्चे चयनित किए जिनमें किसी की माता नहीं है तो किसी के पिता नहीं है और कोई गरीब बच्चा जिसने 80 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं उनको पाठ्य सामग्री के रूप में बैग, कॉपियां, जोमेट्री बाक्स, टिफिन बॉक्स, स्कूल शू, पानी की बोतल वितरित की गई। डॉ. मनीष लश्करे ने बताया कि पहले साल 72 बच्चे चयनित किए गए हैं। ट्रस्ट का उद्देश्य 6 वीं से कक्षा 10 वीं तक के बच्चों को पाठ्य सामग्री की मदद करना है। इसमें हर साल 30 नए बच्चे जोड़े जाएंगे।
कार्यक्रम में ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में लाभान्वित होने वाले बच्चे और उनके अभिावकों के अलावा गणमान्य नागरिकों में समाजसेवी राजीव खण्डेलवाल, मुकेश खण्डेलवाल, डॉ. नमिता लश्करे, डॉ. एके पांडे, डॉ. दीप साहू, डॉ. अजय जैन, श्रीमती ममता जैन, डॉ. अनुज लश्करे, डॉ. अंकुर लश्करे, प्रमोद अग्रवाल, अधिवक्ता भरतचंद राका, जिला औषधि संघ के अध्यक्ष मंजीत सिंह साहनी, डॉ. अरूण जयसिंहपुरे, देवेंद्र चंदू गोठी, विवेक तिवारी, प्रेमशंकर मालवीय, हेमंतचंद बबलू दुबे, डॉ. जयदीप पोपली, अतीत अग्रवाल, योगी खण्डेलवाल, विवेक मालवीय, हेमंत राका, आलोक मालवीय, अमित राका, डॉ. अशोक मुले, डॉ. मनीष अग्रवाल, राजा गोठी, तरूण वैद्य सहित बड़ी संख्या में मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन छात्रावास अधीक्षक सुरेंद्र कनाठे ने किया।

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