बड़ा गैंगस्टर बनना चाहता था सुक्खा शूटर, :ढाबे पर भिंडी की सब्जी अच्छी नहीं लगी तो चला दी थी गोली
जयपुर। कोटपूतली में 13 अक्टूबर को चारों ओर से घिर जाने पर बदमाश सुक्खा गुर्जर उर्फ रूपाचंद ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या ली। सुक्खा तीन साल पहले तक अपराधों से काफी दूर था। खेतड़ी के चिरानी गैंग के संपर्क में आया तो अपराध की दुनिया में सिक्का जमाने की ठान ली। पंजाब के गैंगस्टर सुक्खा काहलवां की तरह पहचान बनाना चाहता था। अब सुक्खा के कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें वह खेतों में कई युवकों के साथ हाथ में हथियार लेकर फायरिंग कर रहा है। लोगों में दहशत फैला रहा है। एक वीडियो में उसका देसी पिस्टल अटक जाता है। दोबारा उससे फायर करता है। एक बार उसने सिर्फ इसलिए गोली चला दी क्योंकि ढाबे पर भिंडी की सब्जी अच्छी नहीं बनी थी।
सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो पोस्ट करता था सुक्खा।
सुक्खा गुर्जर झुंझुनूं के खेतड़ी के दुधवा गांव का रहने वाला था। ठेकेदार की हत्या के मामले में 6 महीने से फरार चल रहा था। फिर भी सोशल मीडिया पर एक्टिव था। गिरोह के बदमाशों के साथ हथियारों से शूटिंग की प्रैक्टिस करते हुए सुक्खा वीडियो अपलोड कर रहा था। लोगों में दहशत फैलाने के लिए हथियारों के साथ उसने वीडियो बनाए। चिंता की बात है कि शराब ठेकेदार की हत्या के बाद फरार सुक्खा के कई फोटो व वीडियो अपलोड हुए थे। सोशल मीडिया पर लोकेशन भी शेयर किए गए थे। फिर भी पुलिस उसे पकड़ नहीं सकी थी।
डरा-धमका कर करता जा रहा अपराध
सुक्खा खुद की सुक्खा शूटर के नाम पहचान बनाने में जुटा हुआ था। उसके सिर पर जुनून सवार हो रहा था। फेसबुक पर भी वह ऐसे ही कमेंट्स कर रहा था। छोटी-छोटी बातों पर फायरिंग करने लग गया था। जांच में सामने आया है कि ढाई महीने पहले प्रागपुरा जयपुर में भी फायरिंग की थी। हरसोड़ा अलवर में भी सब्जी की बात को लेकर फायरिंग की थी। कोटपूतली के पूतली गांव में भी भिंडी की सब्जी बनाने को लेकर ढाबा मालिक पर फायरिंग की गई थी। इसके अलावा बानसूर में 10 दिन पहले भी घर के सामने फायरिंग हुई थी। इन चारों फायरिंग की घटनाओं में उसका नाम सामने आया है।
कौन है सुक्खा गुर्जर
सुक्खा के खिलाफ पहला मामला 2020 में दर्ज हुआ था। फिर उस पर मारपीट के चार मुकदमे दर्ज हुए। 4 बार जेल भी जा चुका था। 6 महीने पहले उसने शराब उधार नहीं देने पर ठेकेदार महेंद्र सिंह की हत्या कर डाली थी। तब से वह फरार था। पहले 2 हजार और फिर 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया। उसके कई साथी पकड़े गए थे। तीन दिन से उसकी लोकेशन कोटपूतली में मिल रही थी। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
कोटपूतली में खुद को गोली मारी
सुक्खा अपने दो साथियों के साथ स्कॉपियों गाड़ी में था। कोटपूतली के बाला के नांगल में लोकेशन मिलने पर इंस्पेक्टर दिलीप सिंह उसका पीछा करने लगे। तब उन्होंने बाजरे के खेत में स्कॉपियों उतार कर खड़ी कर दी। पुलिस तलाश करती हुई पहुंची तो वे फायरिंग करने लगे। सुक्खा के दो साथी फायरिंग करते हुए भाग गए। पुलिस ने सुक्खा को घेर लिया। डर से उसने खुद को गोली मार ली। पुलिस नजदीक पहुंची तो उसकी मौत हो चुकी थी।