एयर बैलून ने बचाई मेरी जान, पुलिया पर 80 की स्पीड में घुमा दी थी कार
इंदौर। मंडलेश्वर से इंदौर आ रहे पांच बैंककर्मियों में तीन की मौत हो गई थी जबकि दो घायल हो गए थे। घायल हुए अभिनव ने बताया कि वह रात 11:30 बजे अपने घर से निकले थे। इंदौर आने के लिए क्रेटा गाड़ी में पांच दोस्तों के साथ निकले थे। गाड़ी को अक्षित चला रहा था, वह ड्राइवर के पास वाली सीट पर बैठा हुआ था। जैसे ही जाम गेट के नजदीक पहुंचे तो सामने से आ रही एक अन्य गाड़ी को पीछे से आ रही चार पहिया वाहन ने क्रॉस किया। उनसे बचने के लिए गाड़ी बचाने के लिए स्टेरिंग को घुमाया तो गाड़ी पुलिया में जाकर भिड़ गई। इसमें तीन की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि एयर बैलून खुल जाने से उसकी जान बच गई। इसमें उसके पीछे बैठे प्रतीक को गंभीर चोटें आई हैं। हादसे के समय सभी के मोबाइल टूट गए थे। इसलिए किसी को सूचना नहीं दे पाए। ऐसे में ग्रामीणों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मंडलेश्वर से इंदौर आ रहे पांच बैंक कर्मियों में से तीन की मौत हो गई वहीं दो गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना रात 12:30 बजे बजे के आसपास की है। बैंक अधिकारी विपिन पुत्र प्रेमचंद गुर्जर (32) पटियाला- पंजाब, अक्षित पुत्र रमेश गौतम (26) निवासी कांगड़ा- हिमाचल प्रदेश और सूरज पुत्र पवन राजपूत (26) निवासी रायपुर हिमाचल प्रदेश हैं। विपिन और अक्षित की तो वहीं मौत हो गई थी, जबकि सूरज को इंदौर के बड़े अस्पताल पहुंचाया गया था, घटना के समय अक्षित कार को चला रहा था कार (mp 09 cx 7522) से तीनों रात को निकले थे। सामने से कार आ रही थी और उसकी लाइट आंखों पर पड़ी तो उन्हें लगा कि गाड़ी, कार में घुस जाएगी। धमाके की आवाज के बाद राहगीरों ने पुलिस को जानकारी दी
घायलों को इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर हादसे में अभिनव पूरी तरह से सुरक्षित है उसने इस घटनाक्रम को बताते हुए कहा कि हादसा बड़ा भयानक था, लेकिन गाड़ी चला रहे अक्षित की मौके पर मौत हो गई थी। वही अभिनव ड्राइवर के पास वाली सीट पर थे। हादसे में जैसे ही गाड़ी के एयर बैलून खुले उन्हें मामूली खरोच आई है। वहीं सूरज, अक्षित, विपिन की मौत हो गई थी।
पत्नी और बच्चे को लेने इंदौर आ रहे थे
घटना की जानकारी साझा करते हुए अभिनव का कहना था कि वह रात 11:30 बजे अपने घर से निकले थे अभी इंदौर आने के लिए अपनी क्रेटा गाड़ी ली जिस में पांचों दोस्त सवार हो गए गाड़ी हादसे के समय अक्षित चला रहा था, और अभिनव ड्राइवर के पास वाली सीट पर बैठा हुआ था। लेकिन जैसे ही जाम गेट के नजदीक वहां पहुंचे सामने से आ रही। एक अन्य गाड़ी को पीछे से आ रही चार पहिया वाहन ने क्रॉस किया और वह अचानक क्रेटा कार आ गई जिससे गाड़ी बचाने के लिए स्टेरिंग को घुमाया और गाड़ी पुलिया में जाकर भिड़ गई। जिससे दो की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
सही समय पर मदद मिलती तो सूरज को बचा लेते
अभिनव को कहना था कि रात 12:30 बजे का समय हो गया था हम सभी बात करते हुए 80 की स्पीड पर गाड़ी चला रहे थे तभी एक मोड़ पर सामने से आ रही एक गाड़ी पर मारते हुए आई जिससे कि अक्षित ने गाड़ी बचाने के लिए लेफ्ट टर्न लिया और हमारी गाड़ी पुलिया से टकरा गई । सभी लोग को बेहोशी छा गई जहां पर सभी के मोबाइल पूरी तरह से टूट चुके थे इसलिए वह कई घंटों तक ना एंबुलेंस को कॉल लगा सके नहीं कोई मदद भुला सके। जिसके बाद राह चलते लोगों ने 108 को कई बार फोन करे लगभग 2 घंटे के बाद एंबुलेंस पहुंची। जहां पर घायल अवस्था में सूरज को महेश्वर ले जाया गया लेकिन बहुत देर हो चुकी थी जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घायल को नहीं बताया कि हादसे के बाद क्या हुआ
हादसे के बाद घायल प्रति अहिरवार पिता विजय उम्र 27 साल इंदौर शिव सागर एबी रोड का रहने वाला है। जो माता पिता से से मिलने के लिए इंदौर आ रहा था। हादसे के बाद अभिनय और प्रतीक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था वहां प्रतीक के पिता रेलवे में पदस्थ है वही प्रतीक को हाथ में फैक्चर है। लेकिन घटना के बाद अन्य साथियों का क्या हुआ अब तक उसे नहीं बताया गया है।