- भ्रष्टाचार के अंधकार में डूबी बैतूल शहर की सड़कें
- धूल और गड्ढों ने बढ़ा दी आम जनता की परेशानी
बैतूल (राष्ट्रीय जनादेश)। शहर की सड़कों की हालत देखकर ऐसा महसूस हो रहा है मानो हम आधुनिक युग को छोड़ पुरातन काल में आ गए हों। जर्जर सड़कों पर गड्ढों की भरमार है, और हर तरफ धूल का गुबार उड़ता दिख रहा है। यहां चलना किसी चुनौती से कम नहीं है, मानो लोग इतिहास के किसी दौर में वापस लौट आए हों। सड़कों की इस दुर्दशा के चलते वाहन चालकों और पैदल चलने वालों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हर गुजरते दिन के साथ सड़कों की बदहाली को देखकर शहरवासी खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं, जबकि प्रशासन की उदासीनता ने उनकी नाराजगी को और बढ़ा दिया है।
लोगों का चलना हुआ दुश्वार
कांग्रेस नेता पूर्व विधायक निलय डागा ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के शासनकाल में शहर की सड़कों की स्थिति अत्यंत जर्जर हो गई है। डागा ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के चलते नगर पालिका ने सड़क मरम्मत का काम अधूरा छोड़ दिया, जिसके परिणामस्वरूप जनता धूल-मिट्टी से भरपूर सड़कों पर चलने को मजबूर है। गड्ढों में फंसे वाहन, उड़ती धूल और उखड़े पेचवर्क ने लोगों का जीवन दुश्वार कर दिया है।
दुकानदारों का कारोबार हुआ चौपट
नगर के प्रमुख क्षेत्र गंज, कोठी बाजार में उखड़े हुए पेचवर्क और गड्ढों से भरी सड़कों पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि सड़कों की हालत बारिश के बाद और भी खराब हो गई है। धूल-मिट्टी से दिनभर का कारोबार प्रभावित हो रहा है, ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। होटल संचालकों ने बताया कि धूल ने उनके व्यवसाय को चौपट कर दिया है, और ग्राहकों की आवाजाही कम हो गई है। गड्ढों और उड़ती धूल के कारण ग्राहक तक दुकान में कदम नहीं रखते हैं।
जान जोखिम में डालकर चल रहे नागरिक
शहर की सड़कों पर गहरे गड्ढे हैं, जिनसे दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। छोटे-बड़े वाहन चालक लगातार दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। राहगीरों का कहना है कि धूल के कारण सांस लेने में तकलीफ हो रही है, और सड़क के किनारे रहने वाले परिवारों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि प्रशासन की उदासीनता के कारण समस्या बढ़ती जा रही है, और आज तक किसी जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
जनता की शिकायतों पर नहीं हो रही सुनवाई
जनता द्वारा बार-बार शिकायत करने और विरोध प्रदर्शन करने के बावजूद भी नपा प्रशासन द्वारा समस्या का समाधान नहीं किया गया। डागा ने कहा कि भाजपा सरकार ने नगर की बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया, और सड़कें जर्जर स्थिति में छोड़ दी गई हैं। जनप्रतिनिधियों ने सड़कों की मरम्मत का आश्वासन तो दिया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। प्रशासन ने अब तक इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया है।
नपा से पानी के छिड़काव की मांग
शहर की धूल भरी सड़कों पर दुकानदारों और नागरिकों ने नपा से मांग की है कि जब तक सड़कों की मरम्मत नहीं होती, तब तक नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जाए ताकि धूल से राहत मिल सके। खासकर दीपावली के समय सड़कों पर बढ़ते यातायात से हालात और भी गंभीर हो गए हैं। श्री डागा ने प्रशासन से अपील की है कि सड़कों की हालत सुधारी जाए और जनता को धूल-मिट्टी से राहत मिले।