पुलिसकर्मी ने महिला कॉन्स्टेबल से की छेड़छाड़
इंदौर। इंदौर में महिला कॉन्स्टेबल से साथी पुलिसकर्मी ने छेड़छाड़ कर दी। आरोपी ने पीड़िता को कार में बैठाया और सुनसान इलाके में ले गया। यहां कार रोककर छेड़छाड़ करने लगा। पीड़िता चिल्लाने लगी तो आरोपी पुलिसकर्मी उसे घर छोड़कर भाग गया।
भंवरकुआ थाना प्रभारी राजकुमार यादव ने बताया कि शनिवार रात को पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज किया है। आरोपी और पीड़िता एक-दूसरे को पहचानते हैं। अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। सुखदेव पुलिस के रेडियो विभाग में हेड कॉन्स्टेबल है।
रास्ता भूलने का कहकर सुनसान इलाके में कार रोकी
पीड़ित महिला कॉन्स्टेबल (30) ने भंवरकुआ पुलिस को बताया, घटना 21 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे की है। वह दूसरी पलटन इलाके में रहती है। माता-पिता को दीवाली पर गांव जाना था। सुखदेव भी उसी कॉलोनी में रहता है। सुखदेव ने कहा कि रात हो गई है। वह मेरे माता-पिता को अपनी कार से बस स्टैंड पर छोड़ देगा।
सुखदेव के साथ मैं और माता-पिता कार में बैठकर सरवटे बस स्टैंड पहुंचे। कुछ देर बाद उन्हें महाराष्ट्र जाने वाली बस में बैठा दिया। बस रवाना होने के बाद सुखदेव के साथ कार में बैठकर घर के लिए निकली। सुखदेव ने कार घर की ओर न लाकर चिड़ियाघर की ओर ले गया। मैंने पूछा कि यह कौन से रास्ते से चल रहे हैं तो कहने लगा, मुझे कुछ काम है, वह निपटाते हुए चलते हैं।
मैंने उस पर भरोसा किया। कुछ देर बाद उसने कार भंवरकुआ की ओर टर्न कर ली। यहां पहुंचने पर मैंने फिर पूछा कि कहां चल रहे हैं तो उसने पहले मुझे बातों में उलझाया। फिर कहा कि भंवरकुआ का नया ब्रिज बन गया है, वह देखकर आते हैं। वह मुझसे रोमांटिक बातें करने लगा। मैंने उसे मना किया तो उसने कार ब्रिज के साइड में खड़ी कर दी।
सुखदेव मुझे गलियों में घुमाता रहा और रोमांटिक गाने सुनाने लगा। चिड़ियाघर और रेसीडेंसी इलाके में एक जगह ले जाकर सुखदेव ने अचानक कार रोक दी। कहने लगा कि मैं रास्ता भूल गया हूं। हम गलत रास्ते पर आ गए। कार के कांच बंद करके मुझे बैड टच करने लगा।
मेरे चिल्लाने पर उसने तेजी से कार चलाई और मुझे घर छोड़ दिया। मैंने भाई-भाभी को पूरी बात बताई। शनिवार को भंवरकुआ थाने जाकर सुखदेव के खिलाफ केस दर्ज करा दिया।