पितृ पक्ष 2 अक्टूबर तक:मरने के बाद आत्मा के साथ क्या-क्या होता है, कैसे यमलोक पहुंचती है
18 सितंबर से पितृ पक्ष शुरू हो गया है, अब 2 अक्टूबर तक पितरों के लिए श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण किया जाएगा। घर-परिवार के मृत सदस्यों को पितर देव कहते हैं। किसी व्यक्ति के मरने के बाद उसकी आत्मा की शांति के लिए पितृ पक्ष में धर्म-कर्म किया जातl है।
मरने के बाद व्यक्ति की आत्मा के साथ क्या-क्या होता है, कैसे आत्मा यमलोक पहुंचती है, आत्मा को यमलोक पहुंचने में कितने दिन लगते हैं, इस्लाम और ईसाई धर्म में आत्मा के लिए क्या मान्यता है।
सबसे पहले जानिए गरुड़ पुराण को
हिन्दू धर्म में 4 वेद और 18 पुराण हैं। इन ग्रंथों में ही देवी-देवताओं से जुड़ी सभी कहानियां हैं। इनमें से एक है गरुड़ पुराण।
गरुड़ पुराण में विष्णु जी और उनके वाहन गरुड़ के बीच हुए सवाल-जवाब हैं।
गरुड़ देव को भगवान ने जन्म-मृत्यु, पुनर्जन्म, आत्मा, यमलोक, स्वर्ग-नर्क, वैतरणी नदी, पाप-पुण्य, नीतियां, कर्म आदि विषयों के बारे में बताया है।
मान्यता है कि घर-परिवार में किसी की मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण का पाठ करने से मरने वाले की आत्मा को शांति मिलती है।
इस पुराण को पढ़ने से हमें भी जीवन और मृत्यु से जुड़ी सभी धार्मिक बातें मालूम होती हैं।