सांची को अमूल के हवाले करने पर सियासत
भोपाल। प्रदेश में दूध उत्पादन के नाम पर सांची दुग्ध संघ समेत अन्य दुग्ध फेडरेशन को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अधीन करने के फैसले के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। इस मामले में कांग्रेस ने मोहन यादव सरकार पर हमला बोला है और कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने कहा है कि यह बैकडोर से सांची दुग्ध संघ को अमूल को सौंपने की साजिश है। वहीं बीजेपी ने इस पर पलटवार किया है। सरकार ने भी इस मामले में सफाई दी है। उधर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इसी को लेकर आज दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह से मिले और इसके बाद राष्ट्रीय डेयरी बोर्ड के साथ हुए एमओयू को लेकर जानकारी दी है।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिले सीएम, दूध उत्पादन बढ़ाने हुए एमओयू की दी जानकारी
दिल्ली में इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज केंद्रीय सहकारिता और गृह मंत्री अमित शाह से मिले। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में सहकारिता और पशुपालन व दूध उत्पादन के लिए काम करने की गुंजाइश है। दूध इंडस्टी को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास के साथ काम करने को लेकर एमओयू किया गया है। किसानों की आय इससे बढ़ेगी। भारत सरकार मदद करेगी। इससे 11 हजार गांवों में किसानों को दूध की कीमत भी अच्छी मिलेगी और दूध की सम्पन्नता बढे़गी। केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने इसी तरह काम करने की आवश्यकता जताई है।
कांग्रेस के बयान पर सरकार ने दी सफाई
राज्य सरकार ने कहा है कि प्रदेश में दूध उत्पादन और एकत्र करने को लेकर मंगलवार को हुई बैठक राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ थी। अमूल गुजरात को आपरेटिव मिल्क फेडरेशन का ब्रांड है, यह राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड का ब्रांड नहीं है। राज्य सरकार की मंगलवार को हुई बैठक गुजरात कोआपरेटि मिल्क फेडरेशन औ अमूल क साथ नहीं हुई है। सरकार की सफाई में यह भी कहा गया है कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड देश में दुग्ध सहकारिता के क्षेत्र में विस्तारीकरण, सदृढ़ीकरण, दूध उत्पादन, दूध बिक्री, तकनीकी सलाहकार, दूध प्रसंस्करण, पशु प्रजनन, पशुपालन से संबंधित आधुनिक तकनीकी परामर्श देने का काम करता है। कल हुई बैठक में इन विषयों पर राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड द्वारा सहयोग किए जाने पर सहमति दी गई है।
विवेक तन्खा ने कहा सांची को बैकडोर से अमूल को सौंपने की तैयारी
बुधवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किए ट्वीट में सांसद विवेक तन्खा ने कहा है कि मप्र के विश्वसनीय मिल्क प्रॉडक्ट्स सांची को गुजरात का प्रसिद्ध ब्रांड अमूल पीछे के दरवाज़े से टेक ओवर कर रहा है। कर्नाटक के नंदिनी के साथ भी यह प्रयास हुआ था। मप्र सरकार चाहे घुटने टेक दे, मगर एमपी की 7.5 करोड़ जनता, जिसके लिये साँची घर-घर का ब्रांड है, इसका विरोध करेगी। सांची ( मिल्क प्रॉडक्ट्स ) मप्र का ब्रांड है जैसे अमूल गुजरात का ब्रांड है। बैकडोर से सांची का टेकओवर हो रहा है। अमूल पिछले काफ़ी समय से मध्य प्रदेश में अपना विस्तार करना चाह रहा था, उसने बड़ा प्लांट भी स्थापित किया लेकिन रास्ता नहीं मिल रहा था। मप्र सरकार घुटने मत टेकिये।
जीतू पटवारी की तरह अल्पज्ञान वाले न बनें तन्खा-अग्रवाल
बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने इस मामले में सांसद विवेक तन्खा पर हमला बोलते हुए एक्स पर लिखा है कि विवेक तन्खा आप अल्पज्ञान से जीतू पटवारी तथा अन्य कांग्रेसियों की भांति मध्यप्रदेश को बदनाम न करें। नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड, भारत सरकार का ही उपक्रम है जिसको सांची के संचालन और कुशल प्रबंधन का काम देने का निर्णय हुआ है, इसमें अमूल का कहीं भी उल्लेख नहीं है। आधुनिकीकरण और उत्पादन हेतु सांची को नेशनल डेयरी डेवलपमेंट को सौंपने की बात की जा रही है। चूंकि भाजपा की मोहन यादव सरकार प्रदेश को हर स्तर पर अग्रणी बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। ऐसे में पशुपालन और दुग्ध उत्पादन के लिए सुविधाएं प्रदान कर प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में तीसरे स्थान से देश में अग्रणी बनाने के प्रयास के लिए यह कदम उठाया गया है।
15 सालों से अमूल सांची को टेक ओवर करना चाह रहा-मुकेश नायक
कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने इसी मामले में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि अमूल कम्पनी सांची को टेकओवर करने के लिए 15 सालों से प्रयास कर रहा है। जब महेंद्र सिंह कालूखेड़ा इस विभाग के अध्यक्ष थे, तब सबसे ज्यादा कोशिश की गई। उस समय अमूल को घुसने का मौका नहीं मिला। अभी सुनने में आ रहा है कि सांची के पूरे प्रोडक्ट को अमूल में मर्ज करने की तैयारी है। यह दुर्भाग्यजनक है कि दुग्ध संघ के आंदोलन जिसमें हजारों किसान शामिल हैं, उनके हितों और विश्वास को खत्म करने की कोशिश है। यह दूध, दही, चीज, पनीर और अन्य प्रोडक्ट महंगे हो जाएंगे। सांची किसी भी हालत में अमूल से कम नहीं है। यह षड़यंत्र चल रहा है जिसको लेकर सांसद विवेक तन्खा ने ट्वीट किया है।
बीजेपी ने संकल्प पत्र में भी बताया
बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव के संकल्प पत्र की भी जानकारी दी है जिसमें कहा गया है कि दूध की खरीद तय करने एवं डेयरी किसानों को दूध की सही कीमत दिलाने में मदद करने के लिये हर ग्राम पंचायत में डेयरी सहकारी समिति एवं कलेक्शन सेन्टर स्थापित किया जाएगा। इसमें यह भी कहा गया है कि श्वेत क्रांति मिशन के अंतर्गत 2500 करोड़ रुपए के निवेश से हर जिले में सांची डेयरी के साथ मिल्क कूलर, मिनी डेयरी प्लांट एवं चिलिंग सेन्टर की संख्या में वृद्धि के साथ दुग्ध संघों की प्रोसेसिंग क्षमता में विस्तार किया जाएगा।