एक्टर्स के सिक्स पैक एब्स नकली भी होते हैं
मुंबई। फिल्म में सिक्स पैक एब्स दिखाने के लिए एक्टर्स कई बार बॉडी सूट का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, ये बात पूरी तरह से सीक्रेट रखी जाती है। बॉडी सूट बनाने वालों को भी साफ हिदायत दी जाती है कि वे इस जानकारी को लीक न करें। दरअसल, एक्टर्स नहीं चाहते कि उनकी बॉडी को फेक या आर्टिफिशियल बोला जाए। इससे फैंस के बीच उनकी इमेज पर असर पड़ता है।
रील टु रियल के नए एपिसोड में हम इन्हीं पॉइंट पर बात करेंगे। इसके लिए हमने तीन प्रोस्थेटिक आर्टिस्ट अमोद दोशी, राहुल राजपक्षे और जूबी जोहल से चर्चा की।
बॉडी सूट कैसे बनाए जाते हैं?
पहले आर्टिस्ट का 360 डिग्री पर मोल्ड (ढांचा) बनाया जाता है। फिर मोल्ड बनाने के बाद उस पर सिलिकॉन डाला जाता है। सिलिकॉन डालने के बाद उसे सुखाया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में 15 से 20 दिन लगते हैं। सूखने के बाद इसे एक्टर को पहनाया जाता है। इसका ट्रायल और लुक टेस्ट सिर्फ एक बार ही होता है। कुछ भी कमी रही तो दोबारा सारे काम करने पड़ते हैं।
बॉडी सूट बनाने की जरूरत क्यों?
वैसे तो आज की जेनरेशन के एक्टर्स नेचुरली सिक्स पैक एब्स बनाना पसंद करते हैं। इसके लिए वे एकाध साल अपनी बॉडी को समय भी देते हैं। हालांकि, यह तब संभव होता है, जब एक्टर सिर्फ एक ही प्रोजेक्ट के साथ जुड़ें हों। कई बार एक्टर एक समय पर कई प्रोजेक्ट्स के साथ जुड़ें होते हैं। उन्हें हर फिल्म के लिए अलग बॉडी शेप चाहिए होता है। ऐसे में बॉडी सूट का इस्तेमाल करना उनकी मजबूरी बन जाती है।