- जिले में 24 हजार और बढ़ाया लक्ष्य
बैतूल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 26 सितंबर के पूर्व 18 साल से अधिक आयू वाले प्रदेश के सभी नागरिकों को कोविड वैक्सीन की फस्र्ट डोज लगाने के निर्देश देने के बावजूद जिले में लक्ष्य पूर्ण करना नामुमकिन लग रहा है। इस बीच प्रदेश द्वारा सभी जिलो में लक्ष्य अपडेट करने के दौरान बैतूल जिले का लक्ष्य 24 हजार 622 बढ़ाकर 12 लाख 29 हजार 284 कर दिया गया है। जिससे अब 25 हजार नागरिकों की संख्या और बढ़ गई है। जिससे जिले में अब अगले तीन दिनों में 2 लाख 47 हजार 754 नागरिकों को वैक्सीन की फस्र्ट डोज लगाना है जो नामुमकिन नजर आ रहा है।
25 हजार बढ़ाया लक्ष्य
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक जिले में 17 लाख 86 हजार 47 जनसंख्या मानकर इनमें से 18 साल से अधिक उम्र की संख्या 12 लाख 4 हजार 662 मानी गई थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले दिनों प्रदेश के सभी जिले में नया लक्ष्य अपडेट किया गया है। इसके हिसाब से जिले में 18 साल से अधिक उम्र के नागरिकों की संख्या 12 लाख 29 हजार 284 निर्धारित की गई है। जिससे जिले में 18 साल से अधिक आयू वालों की संख्या 24 हजार 622 और बढ़ गई है।
82.584 को लगाना होगा प्रतिदिन फस्र्ट डोज
नया लक्ष्य निर्धारित होने के बाद जिले में कुल 12 लाख 29 हजार 284 नागरिकों को वैक्सीन लगाना है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 23 सितंबर शाम तक 9 लाख 81 हजार 530 नागरिकों को फस्र्ट डोज लगा दी गई है। अभी भी जिले के 2 लाख 47 हजार 754 नागरिकों को वैक्सीन की फस्र्ट डोज लगाना है। 26 सितंबर तक लक्ष्य पूर्ण करने अब सिर्फ तीन कार्य दिवस बचे है। ऐसे में यदि जिले में 26 सितंबर तक सभी नागरिकों को वैक्सीन की फस्र्ट डोज लगाना हो तो 24 सितंबर, 25 सितंबर और 26 सितंबर को तीनों दिन 82 हजार 584 को फस्र्ट डोज लगाना पड़ेगा जो नामुमकिन नजर आ रहा है।
पलायन करने वालों में होगी नान वैक्सीनेशन की गिनती
स्वास्थ्य विभाग द्वारा शत प्रतिशत वैक्सीन के लिए स्थानीय निकायों से जिस प्रारूप में जानकारी मांगी है उसमें गांव या वार्ड की कुल जनसंख्या, 18 प्लस की जनसंख्या की जानकारी के साथ यह भी जानकारी मांगी गई है कि गांव या वार्ड में निवास करने वाले कितने वयस्क नागरिक काम, नौकरी या पढ़ाई करने बाहर गए है। गांव से पलायन करने वालों की संख्या कुल लक्ष्य से कम कर दी जाएगी ऐसे में जिले में सौ फीसद वैक्सीनेशन हो सकता है। यदि जिले में सभी स्थानीय निकायों द्वारा शत प्रतिशत वैक्सीनेशन की जानकारी दे दी जाती है तो लक्ष्य से जितने नागरिक कम मिलेंगे उन्हें पलायन करने वाला माना जा सकता है।