ज्योतिरादित्य के रोड शो में नरेंद्र तोमर की एंट्री:चार महीने पहले CM के साथ समीक्षा बैठक में एक दूसरे से बात तक नहीं की, अब एक ही रथ में साथ घूमे
ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का रोड शो एक बड़े सियासी बदलवा का गवाह रहा। ग्वालियर संभाग के दो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेन्द्र सिंह तोमर जो आपस में खुलकर बातचीत नहीं करते थे, वह अब एक ही रथ पर सवार होकर रोड शो करते दिखे। 4 महीने पहले 16 मई को CM शिवराज सिंह ने ग्वालियर में समीक्षा बैठक की थी। तब दोनों केंद्रीय मंत्री शामिल हुए थे, लेकिन दोनों ने एक-दूसरे से बात तक नहीं की थी।
इतना ही नहीं, बाहर आकर अलग-अलग अफसरों को निर्देश दिए, यहां तक कि सोशल मीडिया पर भी बैठक की जानकारी देते हुए एक-दूसरे का नाम नहीं लिखा था। अब 4 महीने बाद जब यह दोनों आमने-सामने आए, तो सियासी तस्वीर बदली नजर आई। रोड शो और स्वागत-सत्कार के बीच कई ऐसे मौके आए, जब सिंधिया और तोमर के बीच रिश्तों में नरमी दिखाई दी।
मुरैना से जब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का रोड शो ग्वालियर में आया, तो विशेष रथ पर सिंधिया के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी सवार थे। दोनों एक-दूसरे के करीब खड़े थे। दोनों ने मुस्कुराकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया।
अंचल में है वर्चस्व की लड़ाई
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर दोनों ग्वालियर चंबल अंचल सहित देश के बड़े नेता हैं। दोनों का गढ़ ग्वालियर है। सिंधिया के BJP में आने से पहले ग्वालियर-चंबल अंचल में नरेन्द्र सिंह तोमर का भाजपा में एक छत्र दबदबा था।
यही कारण है कि उनको बॉस नाम की उपाधि भी दी गई, लेकिन जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया BJP में आए हैं नरेन्द्र सिंह तोमर से उनकी अंचल में वर्चस्व को लेकर लड़ाई जारी है। राजनीतिक जानकार कहते हैं कि यह वो लड़ाई है, जो बाहर नहीं दिखती, लेकिन दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच भी यह तनाव साफ देखा जा रहा है।