भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी में अंतराष्ट्रीय स्तर की दस दिवसीय सायबर क्राइम इंवेस्टीगेशन एवं इंटेलीजेंस समिट मंगलवार से शुरू होगी। एक अक्टूबर तक चलने वाली समिट (सम्मेलन) का आयोजन मप्र पुलिस की डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) रिसर्च एंड पालिसी सेल द्वारा साफ्ट क्लिक्स, क्लियरट्रेल टेक्नोलाजी (नालेज पार्टनर) एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है। समिट में एक सत्र उन राज्यों के डीजीपी के लिए रहेगा, जहां साइबर अपराध अधिक हो रहे हैं। ये राज्य बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड आदि हैं। यहां के डीजीपी अन्य राज्यों के समकक्ष अधिकारियों के साथ साइबर अपराधों की रोकथाम पर चर्चा कर निर्णय लेंगे।
समिट का उद्घाटन 21 सितंबर को प्रात: 10 बजे प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा करेंगे। समापन समारोह राज्यपाल मंगुभाई पटेल के आथित्य में होगा। समिट के संबंध में उपनिदेशक (पुलिस अकादमी भौंरी) विनीत कपूर ने बताया कि इस प्रकार की समिट का यह तीसरा वर्ष है। कोरोना संकट के चलते आनलाइन होने वाले आयोजन में इस बार 30 से अधिक राज्यों व अंतराराष्ट्रीय स्तर के 2500 से अधिक अधिकारियों और विशेषज्ञों के शामिल होने की सहमति प्राप्त हो चुकी है।
समिट में आनलाइन गेमिंग और गेंबलिंग (जुआ), क्रिप्टो करेंसी (आभासी मुद्रा) और क्रिप्टो-ट्रेड अपराधों जैसे महत्वपूर्ण विषयों के साथ वित्तीय धोखाधड़ी, अपराधों को सुलझाने जैसे विषयों पर मंथन किया जाएगा। साइबर क्षेत्र से जुड़े वरिष्ठ विधि विशेषज्ञ भी इसमें मार्गदर्शन देंगे। साइबर पुलिस अधीक्षक इंदौर जितेंद्र सिंह ने बताया कि इसमें समिट में अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर से इंटरपोल सहित केरल, तमिलनाडु आदि राज्यों सहित मध्य प्रदेश के पुलिस अधिकारी शामिल होंगे।
नए कानूनों के संदर्भ में साइबर अपराधों पर चर्चा की जाएगी। साइबर अपराध के चर्चित मामलों को राज्य एक-दूसरे के साथ साझा भी करेंगे। समिट में महिलाओं और बच्चों के साइबर अपराध से बचाव संबंधी विषयों पर यूनिसेफ के वरिष्ठ प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभागियों से विमर्श किया जाएगा। पहले दिन सर्वोच्च न्यायालय के सायबर ला एडवोकेट डा. पवन दुग्गल, वोयजर इंफोसेक के सीइओ जितेन जैन और वर्जिनिया यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर प्रो. माधव मराठे द्वारा व्याख्यान दिए जाएंगे।