नई दिल्ली। अफगान संकट के बाद भारत और अमेरिका काफी करीब आए हैं। हाल ही में अमेरिका का पाकिस्तान के प्रति सख्त रुख भी एक बड़ा संकेत दे रहा है। मौजूदा वक्त में दक्षिण चीन सागर में शी चिनफिंग की बढ़ती आक्रामकता भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इस दौरान भारत और अमेरिका की कई स्तरों पर बातचीत हुई है। इसी कड़ी में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन के साथ गर्मजोशी से टेलीफोन पर बातचीत हुई। भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की गई। हमने अफगानिस्तान की स्थिति सहित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय मामलों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। हम उपयोगी बातचीत आगे भी जारी रखने के लिए सहमत हुए और साझेदारी को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।
ज्ञात हो कि पीएम नरेंद्र मोदी 24 सितंबर को वाशिंगटन में क्वाड समूह की बैठक में शामिल होंगे। इसके बाद वह 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र की एक उच्च स्तरीय बैठक को भी संबोधित करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन खुद 24 सितंबर को व्यक्तिगत मौजूदगी वाले पहले क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे।
अफगानिस्तान और चीन की आक्रामकता का मुद्दा छाया रहेगा
ये बातचीत अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। क्वाड शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान और चीन की आक्रामकता का मुद्दा छाया रहेगा। अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी और पाकिस्तान का तालिबान सरकार के साथ खुलकर आना बदलते अंतराष्ट्रीय परिदृय की ओर इशारा कर रहे हैं।