अखाड़ा परिषद अध्‍यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्‍ध मौत, सुसाइड नोट में आनंद गिरि पर परेशान करने का आरोप

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की सोमवार को यहां संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उनका शव अल्लापुर स्थित मठ श्री बाघम्बरी गद्दी के कमरे में फंदे से लटका मिला । मौके पर मिले छह सात पेज के सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि से प्रताड़ित होने की बात का जिक्र है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम से मौत की वजह साफ होगी। सुसाइट नोट की हैंड राइटिंग की भी जांच होगी।

महंत की मौत की खबर देर शाम जंगल में आग की तरह फैली। उनके भक्त मठ पर जुट गए। पुलिस को भीड़ को संभालने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। मठ के भीतर केवल आला पुलिस अधिकारी और फोरेंसिक टीम हैं। संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य चर्चित योग गुरू आनंद गिरि के बीच पिछले दिनों विवाद सुर्खियों में रहा है। आनंद गिरि को निरंजनी अखाड़ा परिषद तथा श्री मठ बाघम्बरी गद्दी से निष्कासित कर दिया गया था। तब दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी किए थे। तमाम साधु संत ने महंत नरेंद्र गिरि का समर्थन किया था। नरेंद्र गिरि ने कहा था कि आनंद गिरि माफी मांगे तब उनके बारे में कुछ सोचा जा सकता है। बाद में आनंद गिरि ने माफी मांग ली थी। हालांकि, उनका निष्कासन वापस नहीं किया गया।

कल ही डिप्टी सीएम ने लिया था आशीर्वाद

महंत नरेंद्र गिरि पिछले करीब दो दशक से साधु संतों के बीच प्रभावशाली रहे हैं। प्रयागराज आगमन पर बडे़ नेता हों या फिर आला पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी, वह महंत से आशीर्वाद लेने और लेटे हनुमान जी का दर्शन करने जरूर जाते थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी इसमें शामिल है।यानी रविवार को भी डिप्टी सीएम ने मंदिर जाकर महंत से आशीर्वाद लिया था। पिछले दिनों डीजीपी मुकुल गोयल भी मंदिर में दर्शन पूजन करने गए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक जताते हुए ट्वीट किया है कि, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरि जी का देहावसान अत्यंत दुखद है। आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति समर्पित रहते हुए उन्होंने संत समाज की अनेक धाराओं को एक साथ जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई। प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति!!

मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा है कि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य संत महंत नरेंद्र गिरी जी महाराज के देवलोकगमन की दुःखद सूचना मिली। सनातन धर्म के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूज्य स्वामीजी द्वारा समाज के कल्याण में दिए योगदान को सदैव याद किया जाएगा। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य चर्चित योग गुरू आनंद गिरि के बीच पिछले दिनों विवाद सुर्खियों में रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बिन्नू रानी बोली-बंगला कितनो बड़ौ है, दिग्गी ने कहा-सरकारी है     |     बीकॉम की छात्रा से रेप:मंगेतर ने शादी से इनकार किया, पीड़िता थाने पहुंची     |     इंदौर में नाबालिग बेटी दे पाएगी पिता को लिवर     |     अलका याग्निक को न्यूरो डिसीज, सुनाई देना बंद हुआ     |     मणिपुर में उपद्रवियों ने CRPF की बस में आग लगाई     |     हिंदुजा फैमिली पर घरेलू स्टाफ से क्रूरता के आरोप     |     गंभीर ने टीम इंडिया के कोच का इंटरव्यू दिया     |     ज्येष्ठ पूर्णिमा को सत्यनारायण भगवान की कथा सुनने की है परंपरा     |     18 JUNE 2024     |     23 DEC 2024     |     बुद्ध ने लोगों से कहा, जागो समय निकल रहा है     |     21 DEC 2024     |     20 DEC 2024     |     19 DEC 2024     |     18 DEC 2024     |     जेएच कॉलेज घोटाले में तीन पर एफआईआर     |     भोपाल में 4 साल की बच्ची से बैड टच     |     10 पुलिसकर्मियों को मिला पुरस्कार     |     लिलिपुट बोले- मेरी कहानी चुराकर बनाई गई थी फना     |